देश के सबसे मशहूर टीवी शो 'आप की अदालत' में इस बार विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर मेहमान के तौर पर पहुंचे। इस दौरान इंडिया टीवी के एडिटर इन चीफ रजत शर्मा ने उनसे कई सवाल किए, जिनका उन्होंने बेवाकी से जवाब दिया। जब रजत शर्मा ने उनसे राहुल गांधी के ब्रसेल्स वाले बयान के बारे में पूछा तो इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि कभी-कभी वो अपने असली पोजिशन में आ जाते हैं। आपको बता दें कि राहुल गांधी ने ब्रसेल्स में कहा था कि, चीन के पास विजन है मगर पीएम मोदी के पास विजन नहीं है।
रजत शर्मा के इस सवाल का जवाब देते हुए एस. जयशंकर ने कहा कि, आप समय देखिए। भारत में हमारे इतिहास का सबसे बड़ा सम्मेलन, जी20 समिट हो रहा था। इस समय हमें मिलजुल कर उसकी सराहना करना चाहिए थी मगर आप बाहर जाकर उसकी आलोचना कर रहे हैं। मैं कहना चाहूंगा कि राहुल गांधी कभी-कभी गलती से अपनी असली पोजिशन प्रकट कर देते हैं। मेरे पास इसके कई उदाहरण है। 'बेल्ट एंड रोड' चीन का बहुत बड़ा केन्क्टिविटी का प्रोजेक्ट है जिसकी वो प्रशंसा करते हैं। वही प्रोजेक्ट पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से होकर जाता है। जब आप इस प्रोजेक्ट की बात करते हैं तब आपके मुंह से दो शब्द नहीं निकलते कि, भाई ये हमारे क्षेत्रीय अखंडता का उल्लंघन है। इससे आपके अंदर की भावना निकल कर सामने आ जाती है।
जयशंकर ने 2017 की घटना को किया याद
आप की अदालत कार्यक्रम में विदेश मंत्री ने 2017 की घटना को याद करते हुए कहा, उस समय डोकलाम में तनाव चल रहा था। हमारी सेनाएं आमने-सामने खड़ी थी। उस समय चीन के राजदूत के साथ उनकी(राहुल गांधी की) एक मीटिंग हुई थी। इस बात से हम सभी हैरान थे कि यहां हमारी सेना आमने-सामने है और आप बैठक कर रहे हैं। अगर आपको ब्रीफिंग चाहिए तो हमें बुला लेते। उस समय मैं विदेश सचिव था, हम आपको बता देते कि क्या हो रहा है। आपको चीनी राजदूत से ब्रीफिंग लेने की क्या जरूरत थी।
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