![Rahul Gandhi Bharat Jodo Nyay Yatra will reach Godhra today Jairam Ramesh hit back at Smriti Irani's](https://static.indiatv.in/khabar-global/images/new-lazy-big-min.jpg)
राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा पर गुजरात पहुंच रही है। शुक्रवार यानी 8 मार्च को यह यात्रा गोधरा में रहेगी। बता दें कि साल 2002 में गुजरात के गोधरा में ही कारसेवकों से भरी ट्रेन में आग लगा दी गई थी, जिसमें कई निर्दोष लोग जलकर मर गए थे। इसके बाद गुजरात में दंगे भड़क गए थे। ऐसे में राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा गुजरात के 7 जिलों से होकर गुजरेगी। इस बीच 8 मार्च को यह यात्रा गोधरा में रहेगी। इसके बाद 10 मार्च को न्याय यात्रा गुजरात से महाराष्ट्र में प्रवेश करेगी। बता दें कि जयराम रमेश ने अपने बयान में कहा कि गुजरात में हमारा बहुत अच्छा स्वागत हुआ है। आज दोपहर में हम गोधरा जाएंगे और वहां रहेंगे।
क्या रहेगा राहुल गांधी का कार्यक्रम
राहुल गांधी की पहला पड़ाव आज दाहोद बस स्टैंड होगा। इसके बाद राहुल का पड़ाव बिरसा मुंडा चौक होगा। यहां राहुल गांधी लोगों को संबोधित करेंगे। इसके बाद 11.30 बजे वो यात्रा में शामिल होंगे और मॉर्निंग ब्रेक लेंगे। इसके बाद दोपहर 2 बजे वो फिर से अपनी पदयात्रा को शुरू करेंगे। यह पदयात्रा गोधरा बस स्टैंड से शुरू होगी। पुलिस चौकी नंबर 7 के पास राहुल गांधी लोगों को संबोधित करगें. इसके बाद वो यात्रा को आगे बढ़ाएंगे। इसके बाद कललो पंचमहल में कांग्रेस के ऑफिस में रिसेप्शन होगा। हलोल बस स्टैंड चौक से फिर यात्रा शुरू की जाएगी और महाराणा प्रताप चौक तक जाएगी, जहां राहुल गांधी फिर लोगों को संबोधित करेंगे।
'अमेठी नहीं है कांग्रेस का गढ़'
इस बीच कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के बयान को लेकर कहा कि स्मृति ईरानी कुछ भी कहें हमारी एक प्रक्रिया है। बैठक में विचार-विमर्श होता है। उसके बाद उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की जाती है। आज या कल उम्मीदवारों की घोषणा की जाएगी। अंतिम निर्णय सीईसी ही लेती है कि राहुल गांधी और प्रियंका गांधी कहां से चुनाव लड़ेंगे। बता दें कि राहुल गांधी के दो सीटों पर लोकसभा चुनाव लड़ने की अटकलों को लेकर स्मृति ईरानी ने बयान दिया था। उन्होंने कहा कि जो लोग कहते हैं कि अमेठी गांधी परिवार का गढ़ है, उन्हें उम्मीदवार घोषित करने में इतना समय क्यों लग रहा है। उनके आत्मविश्वास की कमी ये बताती है कि अब अमेठी कांग्रेस का गढ़ नहीं है। अगर वह दो सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं, तो इसका मतलब है कि चुनाव से पहले ही अमेठी से अपनी हार की घोषणा कर रहे हैं।