Rahul Gandhi: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने उत्तर प्रदेश में प्रारंभिक योग्यता परीक्षा (PET) में 37 लाख से अधिक युवाओं के आवेदन करने को लेकर शनिवार को आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आंखें मूंदकर बैठे हैं और नौजवान ठोकरें खाने को मजबूर हैं। उन्होंने ट्रेन की एक बोगी के अभ्यर्थियों से खचाखच भरे होने से जुड़ी तस्वीर साझा करते हुए ट्वीट किया, ‘‘उप्र पीईटी फॉर्म - 37 लाख, खाली पद - गिनती के!इन युवाओं को सालाना 2 करोड़ रोज़गार का झांसा दिया गया था, लेकिन इस तस्वीर में देश के शिक्षित बेरोज़गार युवाओं की बेबसी दिख रही है।’’
राहुल गांधी ने आरोप लगाया, ‘‘ये साफ़ है कि प्रधानमंत्री आंखें मूंद कर बैठे हैं और नौजवान ठोकरें खाने पर मजबूर हैं।’’ कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने भी कुछ ऐसी ही तस्वीरें ट्विटर पर साझा करते हुए भारतीय जनता पार्टी सरकार पर निशाना साधा।
उन्होंने कहा, ‘‘उप्र पीईटी परीक्षा में भारी अव्यवस्था के चलते छात्र-छात्राओं को हो रही परेशानी देखकर आपके रोंगटे खड़े हो जाएंगे, लेकिन भाजपा सरकार के कान पर जूं तक नहीं रेंग रहा। युवा विरोधी सरकार युवाओं से परीक्षा के लिए मोटी फीस तो वसूलती है, लेकिन न नौकरी दे पाती है, न अव्यवस्था से मुक्ति।’’ उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की ओर से पीईटी का आयोजन किया गया। 37 लाख से अधिक उम्मीदवारों ने पंजीकरण किया था।
भाजपा कर्नाटक सरकार ‘‘एससी-एसटी विरोधी’’ है: राहुल गांधी
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कर्नाटक में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली सरकार पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि यह सरकार अनुसूचित जाति (एससी) और जनजाति (एसटी) विरोधी है और इसे ‘‘40 प्रतिशत कमीशन’’ वाली सरकार कहा जाता है। गांधी ने यहां ‘भारत जोड़ो यात्रा’ को संबोधित करते हुए कहा कि कर्नाटक में भाजपा नीत सरकार ‘‘एससी और एसटी विरोधी’’ है और इन उत्पीड़ित लोगों के खिलाफ अत्याचार में 50 फीसदी की वृद्धि हुई है। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य में भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार को ‘‘40 प्रतिशत कमीशन’’ वाली सरकार कहा जाता है, क्योंकि इसका भुगतान करके कोई भी काम किया जा सकता है।