Highlights
- कांग्रेस नेता सुखपाल खैहरा ने लगाया है आरोप
- वीडियो में दीप सिद्धू के साथ नजर आ रहे हैं भुल्लर
- इससे पहले स्टंट करते हुए नजर आ चुके ट्रांसपोर्ट मंत्री
Punjab News: पंजाब सरकार को लेकर अब एक नया बखेड़ा खड़ा हो गया है। इस बार पंजाब सरकार के ट्रांसपोर्ट मंत्री लालजीत सिंह भुल्लर को लेकर एक नया विवाद खड़ा हुआ है। ऑल इंडिया किसान कांग्रेस के चेयरमैन सुखपाल खैहरा ने लालजीत सिंह भुल्लर पर एक वीडियो पोस्ट करके बड़ा आरोप लगाया है।
सुखपाल खैहरा ने आरोप लगाया है कि वर्ष 2021 में 26 जनवरी को लाल किला पर हुई हिंसा के वक्त लालजीत सिंह भुल्लर वहां मौजूद थे। भुल्लर किसान आंदोलन में शामिल रहे दीप सिद्धू की वीडियो में नजर आए हैं। इसी दिन लाल किले पर तिरंगे की जगह किसान आंदोलन में शामिल उपद्रवियों ने केसरी झंडा लगा दिया था। जिसके बाद दीप सिद्धू समेत कई युवकों के खिलाफ केस दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार भी किया गया। ऑल इंडिया किसान कांग्रेस के चेयरमैन और पंजाब से कांग्रेस विधायक विधायक सुखपाल सिंह खैहरा ने भी ये वीडियो ट्वीट कर आम आदमी पार्टी सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल और पंजाब के CM भगवंत मान से जवाब मांगा है।
ऑल इंडिया किसान कांग्रेस के चेयरमैन सुखपाल खैहरा ने अरविंद केजरीवाल और भगवंत मान को वीडियो ट्वीट कर पूछा कि "वो स्पष्ट करें कि क्या उनके ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर लाल किले पर केसरी निशान साहिब फहराने में दीप सिद्धू के साथ शामिल थे या नहीं?। अगर हां तो क्या हमारे सीएम उन्हें राष्ट्रविरोधी कहेंगे और अपनी कैबिनेट में रखेंगे?"
क्या है मामला ?
दरअसल पिछले वर्ष 26 जनवरी को किसान आंदोलन के दौरान किसानों ने अपना विरोध जताने के लिए ट्रैक्टर मार्च निकालने की घोषणा की थी। इसी बीच किसान आंदोलन में शामिल कुछ शरारती तत्वों ने माहौल बिगाड़ने के लिए लाल किले पर धावा बोल दिया था। लालकिला हिंसा के दौरान दीप सिद्धू द्वारा बनाए गए वीडियो में लालजीत भुल्लर नजर आ रहे हैं। इस दिन लाल किले पर तिरंगे की जगह किसान आंदोलन में शामिल कुछ शरारती तत्वों ने केसरी झंडा फहराया था।
इससे पहले स्टंट करते हुए नजर आ चुके ट्रांसपोर्ट मंत्री
वहीं इससे पहले ट्रांसपोर्ट मंत्री भुल्लर कार पर स्टंट करते हुए नजर आ चुके हैं। जिसमें वह कार की छत से बाहर निकले हुए हैं और उनके गनमैन दरवाजों पर लटके हुए हैं। हालांकि बाद में उन्होंने सफाई देते हुए कहा था कि यह वीडियो उनकी विधायक के तौर पर चुनाव जीतने के समय का है।