Highlights
- पूर्व मुख्यमंत्रियों के 33 कारों के काफिले पर छीटाकशीं किया करते थे
- पनी लग्जरी कारों का काफिला 33 कारों से भी आगे बढ़ाकर 42 कर लिया
- कांग्रेस नेता प्रतिपक्ष ने भी मान पर लगाए आरोप
Punjab News: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान अब वीवीआईपी बन गए हैं। ‘आम‘ से ‘खास‘ बनने के पीछे कारण यह है कि अब उनके काफिले में 42 लग्जरी कारें चलेंगी। वे इस मामले में अपने पूर्व मुख्यमंत्रियों से भी आगे निकल गए हैं। पहले के सीएम प्रकाश सिंह बाद और कैप्टन अमरिंदर सिंह के काफिले में 33 कारें ही चलती थीं। यही भगवंत मान कभी कभी अपने पूर्व मुख्यमंत्रियों के 33 कारों के काफिले पर छीटाकशीं किया करते थे। अब उन्होंने अपनी लग्जरी कारों का काफिला 33 कारों से भी आगे बढ़ाकर 42 कर लिया है।
इस निर्णय पर विरोधी दलों ने उनकी घेराबंदी भी शुरू कर दी है।
कांग्रेस नेता प्रतिपक्ष ने भी मान पर लगाए आरोप
कांग्रेस के नेता प्रतिपक्ष प्रताप सिंह बाजवा ने ट्वीट करके आरोप लगाए हैं। उनके ट्वीट को री.ट्वीट करते हुए सुखपाल खैहरा ने लिखा कि पहले भगवंत मान नेताओं को मजाक का विषय बना कर कहते थे कि जो लोग अतिरिक्त सुरक्षा चाहते हैं, वह ‘मुर्गी खाना खोलने जैसा काम क्यों नहीं करते।‘ अब उसी ‘आम आदमी‘ को 42 कारों की जरूरत महसूस होने लगी है।
मान को शराब के नशे में फ्लाइट से उतारा गया था
हाल ही में पंजाब के सीएम भगवंत मान को लेकर शिरोमणि अकाली दल के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने एक ट्वीट किया था। जिस पर हंगामा हो गया। बादल ने ट्वीट किया था कि ‘सह.यात्रियों के हवाले से मीडिया में आई खबरों में कहा गया कि पंजाब सीएम भगवंत मान को लुफ्थांसा फ्लाइट से उतारा गया क्योंकि वे बहुत नशे में थे और चलने की हालत में भी नहीं थे। इस वजह से 4 घंटे फ्लाइट में देरी हुई। ऐसी रिपोर्ट पंजाबियों को शर्मिंदा करती हैं।‘ सुखबीर सिंह बादल द्वारा किए गए ट्वीट के बाद से सियासी गलियारों में ये बहस तेज हो गई थी कि क्या सच में भगवंत मान नशे में थे।‘ बादल ने ये भी कहा था कि हैरानी की बात है कि पंजाब सरकार इन रिपोर्ट्स पर चुप है। अरविंद केजरीवाल को इस मुद्दे को लेकर सफाई देनी चाहिए। हालांकि बाद में आम आदमी पार्टी ने इस मामले पर सफाई देते हुए भगवंत मान के नशे में होने की बात का खंडन किया था।
मान के दौरे से पहले जालंधर में भी हुआ था विवाद
इससे पहले अगस्त में भगवंत मान उस समय चर्चा में आए थे, जब पंजाब के शहर जालंधर में उनके दौरे से पहले पोस्टर पर खालिस्तानी नारे लिखे होने का मामला सामने आया था। एसएचओ जालंधर कमलजीत ने कहा था, ‘हम आसपास के सीसीटीवी कैमरे चेक कर रहे हैं।‘ मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्प्रे पेंट से लिखे स्लोगन को मिटाया और संविधान चौक के आसपास लगे सीसीटीवी चेक करके आरोपियों की छानबीन शुरू कर दी थी।
दरअसल, पंजाब के सीएम भगवंत मान के दौरे से एक दिन पहले जालंधर में आतंकी संगठन ‘खालिस्तान‘ के समर्थन में नारे लगाए गए थे। इससे पहले 6 जुलाई को पटियाला के एक शख्स को खालिस्तान के समर्थन करने पर करनाल पुलिस ने गिरफ्तार किया था। शख्स पर आरोप था कि इसने दीवार पर खालिस्ताना के समर्थन में नारे लिखे थे।