Highlights
- पंजाब में सिद्धू को लेकर कांग्रेस की अंदरूनी कलह फिर आयी सामने
- पंजाब कांग्रेस प्रवक्ता प्रितपाल सिंह बलियावाल ने दिया इस्तीफा
- प्रितपाल सिंह बलियावाल ने सोनिया गांधी को भेजा इस्तीफा
Punjab Congress News: पंजाब में कांग्रेस की मुश्किलें कम होने का नाम ही नहीं ले रही हैं। पंजाब में विधानसभा चुनावों से पहले कांग्रेस में एक बार फिर से अंदरूनी कलह सामने आई है। पंजाब कांग्रेस के पार्टी प्रवक्ता प्रितपाल सिंह बलियावाल ने सोमवार को पार्टी द्वारा दिए गए विभिन्न पदों से इस्तीफा दे दिया है। कांग्रेस (AICC) के नेशनल कोऑर्डिनेटर और पंजाब प्रवक्ता प्रितपाल सिंह बलियावाल ने सोनिया गांधी को अपना इस्तीफा भेज दिया है।
प्रितपाल सिंह बलियावाल ने कांग्रेस पार्टी प्रवक्ता के अलावा हरियाणा और हिमाचल प्रदेश किसान कांग्रेस के राष्ट्रीय समन्वयक और पंजाब कांग्रेस के वरिष्ठ मीडिया विश्लेषक आदी सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है। बलियावाल ने सोनिया को भेजे इस्तीफे में लिखा कि 15 साल से वह कांग्रेस को मजबूत करने के लिए काम कर रहे हैं। प्रीतपाल सिंह बालीवाल ने कैप्टन अमरिंदर सिंह और सुनील जाखड़ की भी तारीफ की है। बलियावाल ने कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह और सुनील जाखड़ की लीडरशिप में कांग्रेस 2022 में पंजाब में सरकार बनाने की मजबूत स्थिति में थी, लेकिन आपने नवजोत सिद्धू को चुना। CM चरणजीत चन्नी की अगुआई में सरकार बढ़िया काम कर रही है। मगर सिद्धू के रोजाना के ट्वीट से पार्टी की छवि खराब हो रही है।
प्रीतपाल सिंह बालीवाल ने कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी को भेजे अपने इस्तीफे में कहा है कि पंजाब पार्टी अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के साथ मिलकर काम करना संभव नहीं है, क्योंकि नवजोति सिंह सिद्धू लगातार बेवजह के ट्वीट के जरिए पार्टी विरोधी और सरकार विरोधी गतिविधियों में शामिल होकर पार्टी को शर्मसार कर रहे हैं। बलियावाल ने आगे कहा कि पार्टी ने पंजाब की कमान गलत हाथों में सौंप दी है। एक प्रवक्ता के रूप में पाकिस्तान के साथ उनके संबंधों के साथ-साथ उनकी बकवास और सरकार विरोधी टिप्पणियों का बचाव करना बहुत ही कठिन हो गया है।
टाइटलर को स्थाई मेंबर बनाने पर भी हुआ आहतबलियावाल ने कहा कि अकाली सरकार के वक्त उनके परिवार पर झूठे केस दर्ज हुए। उनका बिजनेस तबाह हो गया। इसके बावजूद वह कांग्रेस के साथ डटे रहे। उन्होंने कहा कि जगदीश टाइटलर को दिल्ली कांग्रेस का स्थाई मेंबर बनाने की वजह से भी मैं आहत हुआ।