18वीं लोकसभा का संसद सत्र सोमवार से शुरू हो चुका है। इस सत्र के शुरू होते ही 'भर्तृहरि महताब' का नाम सबसे ज्यादा सुर्खियों में है। ये नाम पिछले दो-तीन दिनों से सियासी गलियारों में चर्चा का विषय बना हुआ है। विपक्षी दल के नेता भर्तृहरि महताब के नाम पर केंद्र की मोदी सरकार को घेरने में लगे हुए हैं। आइये जानतें है भर्तृहरि महताब कौन हैं? जो एक दम से चर्चा में आ गए।
18वीं लोकसभा में बनाए गए प्रोटेम स्पीकर
ओडिशा के दिग्गज नेता भर्तृहरि महताब को 18वीं लोकसभा में प्रोटेम स्पीपकर बनाया गया है। वह लगातार 7 बार के सांसद हैं। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सोमवार को भर्तृहरि महताब को प्रोटेम स्पीकर की शपथ दिलाई। इसके बाद महताब ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, अमित शाह और नितिन गडकरी को लोकसभा सदस्य की शपथ दिलाई।
पिता पूर्व सीएम और खुद नेता के साथ संपादक
भर्तृहरि महताब ओडिशा के बड़े सियासी खानदान से आते हैं। उनके पिता हरेकृष्ण महताब ओडिशा के पहले मुख्यमंत्री रह चुके हैं। भर्तृहरि महताब का जन्म 1957 में हुआ। इन्होंने अपनी शुरुआती पढ़ाई भद्रक में पूरी करने के बाद उत्कल यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन और इंगलिश में मास्टर किया है। महताब अपने पिता द्वारा स्थापित ओडिया दैनिक द प्रजातंत्र के मालिक हैं। साथ ही वह इस न्यूज पेपर के संपादक भी हैं।
BJD छोड़कर इसी साल थामा BJP का साथ
भर्तृहरि महताब ओडिशा की कटक सीट से लगातार 7 बार के सांसद हैं। 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले वह बीजू जनता दल (BJD) का हिस्सा थे। बीजेडी से ही वह कई बार सांसद चुने गए। 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले महताब ने बीजेडी से इस्तीफा दे दिया और भारतीय जनता पार्टी ज्वाइन कर ली। बीजेपी ने महताब को कटक सीट से चुनावी मैदान में उतारा और उन्होंने 57,077 वोटों से जीत दर्ज कर लगातार सातवीं बार दिल्ली की संसद पहुंचे।
महताब के पास पहले भी रहे कई बड़े पद
अंतिम कार्यकाल में भर्तृहरि महताब के पास कई बड़े पद थे। वह श्रम, कपड़ा और कौशल विकास संबंधी स्थायी समिति के अध्यक्ष का कार्यभार संभाल रहे थे। साथ ही उन्हें लोक लेखा समिति का सदस्य भी बनाया गया था।