लोकसभा चुनाव 2024 के परिणाम में समाजवादी पार्टी (सपा) ने बेहतर प्रदर्शन किया है। अखिलेश यादव के नेतृत्व में सपा उत्तर प्रदेश में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। कांग्रेस को भी इस चुनाव में खासा फायदा हुआ है। यूपी के दो लड़कों (अखिलेश यादव और राहुल गांधी) की जोड़ी इस चुनाव में हिट रही है। कांग्रेस के किशोरी लाल शर्मा ने अमेठी में भाजपा की दिग्गज नेता स्मृति ईरानी को हराया है, तो वहीं राहुल गांधी ने रायबरली लोकसभा सीट भी जीत ली है। उत्तर प्रदेश में सपा और कांग्रेस के इस प्रदर्शन से प्रियंका गांधी वाड्रा बहुत खुश हैं। यूपी में सपा के अधिक सीटें जीतने पर प्रियंका गांधी ने गुरुवार को अखिलेश यादव और उनकी पत्नी डिंपल यादव समेत सपा और कांग्रेस कार्यकर्ताओं को बधाई दी है।
कार्यकर्ता लोकतंत्र के प्रहरी- प्रियंका
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर प्रियंका गांधी ने लिखा कि अखिलेश यादव, डिंपल यादव और पार्टी के कार्यकर्ताओं को यूपी के नतीजों के लिए बधाई। भीषण परिस्थितियों में भी कांग्रेस और सपा ने एक साथ चुनाव की ऐतिहासिक लड़ाई लड़ी है। चुनावी प्रचार-प्रसार के दौरान सपा और कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने जी तोड़ मेहनत की है। जनता के मुद्दों को घर-घर तक पहुंचाया है। साथ ही सामाजिक न्याय और संविधान की आवाज भी उठाई है। प्रियंका ने आगे लिखा कि चुनाव में तमाम धमकियों के बावजूद कार्यकर्ता लोकतंत्र के प्रहरी बनकर बूथ पर खड़े रहे. इन्हीं सब कड़ी मेहनत, एकजुटता व मुद्दों के प्रति हमारी प्रतिबद्धता के चलते यूपी की जनता ने भरोसा दिखाया है। इसके लिए सभी को धन्यवाद। प्रियंका ने अखिलेश और डिंपल को दिए बधाई संदेश में 'जय जनता' और 'जय संविधान' का नारा भी जोड़ा है।
गठबंधन के नेताओं का जोश हाई
लोकसभा चुनाव के परिणाम के बाद ‘इंडियन नेशनल डेमोक्रेटिक इंक्लूसिव अलायंस' (इंडिया) गठबंधन भले ही सरकार बनाते नहीं दिख रही है, लेकिन इंडिया गठबंधन दलों के नेताओं का जोश हाई है। इंडिया गठबंधन के सभी दलों ने पिछले चुनाव से काफी बेहतर किया है। उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी को इस बार 37 सीटें मिली हैं. कांग्रेस 7 सीटों पर चुनाव जीती है। कांग्रेस के लिए अमेठी सीट में फिर से वापसी करना सबसे बड़ी खुशी और जश्न की बात है, तो वहीं सपा के लिए फैजाबाद लोकसभा सीट में बीजेपी के प्रत्याशी लल्लू सिंह को हराना सियासी गलियारों में इसकी खासा चर्चा है।
पिछले लोकसभा चुनाव में सपा और कांग्रेस का खराब प्रदर्शन
बता दें कि 2019 के लोकसभा चुनाव में सपा, बसपा और आरएलडी ने मिलकर चुनाव लड़ा था। तब जाकर महागठबंधन की 15 सीटें आईं थीं। इनमें अखिलेश यादव की पार्टी सपा को 5 सीटें मिली थीं, जबकि बहुजन समाज पार्ट को बड़ा फायदा मिलते हुए 10 सीटे मिलीं थीं। 2019 में कांग्रेस उत्तर प्रदेश अकेले लोकसभा का चुनाव लड़ी थी। तब कांग्रेस की बुरी हार हुई थी। कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश में 70 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे, जिसमें से उसके 69 उम्मीदवार चुनाव हार गए थे. कांग्रेस सिर्फ रायबरली सीट जीती थी. जहां से सोनिया गांधी उम्मीदवार थीं।