मुंबई: महाराष्ट्र की सियासत के सबसे दिग्गज खिलाड़ी और NCP सुप्रीमो शरद पवार के कुछ बयानों से कांग्रेस को मुश्किल में डाल दिया है। जिन कुछ मुद्दों को लेकर बीजेपी और केंद्र सरकार पर कांग्रेस ने हमलावर रुख अपनाया हुआ था, उन्हीं के खिलाफ जाकर पवार ने इन सारे मुद्दों की हवा निकाल दी है। पवार के बयानों पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने प्रतिक्रिया देते हुए इसे उनकी अपनी राय करार दिया है।
‘पवार का बयान उनकी अपनी राय’
पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा, ‘अडानी मामले पर शरद पवार ने जो कहा वह उनकी अपनी राय है। हम उनकी बातों से सहमत नहीं हैं। शरद पवार को अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में खुद JPC का चीफ बनाया गया था। राजीव गांधी ने बोफोर्स घोटाले के आरोपों के बाद खुद JPC बनाई थी फिर ये सरकार क्यों डर रही है। प्रधानमंत्री और सरकार डरे हुए हैं इसलिए वे जेपीसी का गठन नहीं करेंगे। EVM सही है या गलत हमें उसमें नहीं जाना, लेकिन जब लोगों का विश्वास उस व्यवस्था पर नहीं है तो EVM को लेकर जबरदस्ती क्यों?’
‘कांग्रेस के नेता सावरकर पर नहीं बोलेंगे’
कांग्रेस के मुद्दों को लेकर पवार की अलग राय को लेकर चव्हाण ने कहा, ‘पवार और उनकी पार्टी सावरकर हो, ईवीएम हो या मोदी की डिग्री हो, उस पर अलग राय रख रही है। हमारा कहना है कि मोदी की डिग्री अहम मुद्दा हो या न हो, पर प्रधानमंत्री ने चुनाव लड़ते वक्त शिक्षा की जानकारी सही दी या झूठ बोला, यह सच सामने आए। सावरकर पर हमने 19 दलों की मीटिंग में तय किया कि इस मामले पर नहीं बोलेंगे। वायनाड में क्या पोस्टर लगा नहीं मालूम लेकिन कांग्रेस का कोई बड़ा नेता सावरकर पर नहीं बोलेगा।’
‘सरकार को जो जयंती मनानी है मनाए’
वहीं, महाराष्ट्र सरकार द्वारा वीर सावरकर गौरव दिवस मनाने के फैसले को लेकर चव्हाण ने कहा, ‘महाराष्ट्र सरकार वीर सावरकर गौरव दिन मनाएगी। ये सब असली मुद्दों से ध्यान भटकाने की कोशिश है। सरकार को जो जयंती मनानी है मनाए, जो यात्रा निकालनी है निकाले। लेकिन राज्य में किसान और दूसरे अन्य कई महत्त्वपूर्ण विषय है। बाबरी मस्जिद को लेकर जो विवाद शुरू है वह बीजेपी और शिवसेना आपस मे देख ले। हमारी राय है कि बाबरी ढहाने के वक्त जो हुआ वह सब गलत था।’