कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे छत्तीसगढ़ जिले के जांजगीर-चापा पहुंचे हुए हैं। यहां कांग्रेस पार्टी के कार्यक्रम 'भरोसे का सम्मेलन' में शामिल होने के लिए वे पहुंचे हुए हैं। यहां उन्होंने मणिपुर मामले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का घेराव किया। उन्होंने कहा, 'मोदी जी ने (मणिपुर पर) जवाब नहीं दिया कि राहुल गांधी या I.N.D.I.A गठबंधन के नेताओं ने उनसे क्या पूछा। इसके बजाय, उन्होंने नेहरू जी और कांग्रेस नेताओं का मजाक उड़ाया। मोदी जी कहते रहते हैं कि उन्होंने सब कुछ किया है। क्या मोदी के सत्ता में आने के बाद छत्तीसगढ़ में बिजली, स्कूल आदि आए? मोदी और शाह हमारे द्वारा स्थापित सरकारी स्कूलों में पढ़े हैं, या क्या उन्होंने लंदन या ऑक्सफोर्ड में पढ़ाई की? वे हमसे पूछते हैं कि कांग्रेस पार्टी ने पिछले 70 वर्षों में क्या किया? हमने केवल सब कुछ यथास्थान पर रखा था।
प्रधानमंत्री पर बरसे कांग्रेस अध्यक्ष
इससे पहले खरगे ने ट्वीट कर कहा कि "लूट और जुमलों ने देश को अस्वस्थ बना दिया। पीएम के हर शब्द में केवल झूठ है। उन्होंने कई एम्स (अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान) बनाने का दावा किया, लेकिन सच्चाई यह है कि एम्स को डॉक्टरों और कर्मचारियों की भारी कमी का सामना करना पड़ रहा है।'' कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, "मोदी जी, कोरोना महामारी में उदासीनता से लेकर आयुष्मान भारत में घोटाले तक, आपकी सरकार ने देश की स्वास्थ्य व्यवस्था को बीमार बना दिया है।" उन्होंने कहा कि अब लोग जाग गए हैं। आपके धोखे को पहचान लिया गया है। आपकी सरकार की विदाई का समय आ गया है।
अविश्वास प्रस्ताव के बाद कही थी ये बात
बता दें कि कांग्रेस द्वारा लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जब सदन में जवाब दिया। इसके बाद मल्लिकार्जुन खरगे ने ट्वीट कर कहा था कि धन्यवाद प्रधानमंत्री जी, आखिरकार आपने मणिपुर हिंसा पर सदन में अपनी बात रखी। हमें भरोसा है कि मणिपुर में शांति बहाली की गति तेज होगी। राहत शिविरों से लोग अपने घरों को लौटेंगे। उनका पुनर्वास होगा, उनके साथ इंसाफ होगा।' खरगे ने आगे कहा कि आपने अगर अपना राजहठ और अहंकार पहले त्याग दिया होता तो संसद का कीमती समय बचता। अहम विधेयक अच्छी चर्चा के साथ पास होते। उन्होंने कहा, 'हमें तकलीफ है कि मणिपुर हिंसा जैसे अभूतपूर्व मुद्दे पर विपक्ष को अविश्वास प्रस्ताव जैसे संसदीय हथियार का उपयोग करना पड़ा।