Highlights
- अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में विदेश और वित्त मंत्री रहे हैं सिन्हा
- यशवंत सिन्हा ने समर्थन के लिए पीएम और रक्षा मंत्री से संपर्क किया था
- राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव 18 जुलाई को, मतगणना 21 जुलाई को
President Election: राष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष के साझा उम्मीदवार यशवंत सिन्हा ने सोमवार को कहा कि वह समर्थन के लिए भाजपा में अपने पुराने सहयोगियों से संपर्क करेंगे। उन्होंने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को ‘प्रतीकात्मक राजनीति’ का हिस्सा करार दिया और कहा कि वह पिछड़े समुदायों के कल्याण के संदर्भ में मोदी सरकार के ट्रैक रिकॉर्ड पर चुनाव लड़ेंगे।
यशवंत सिन्हा ने पीएम मोदी और राजनाथ सिंह से की बात
सिन्हा ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अंतर्गत भाजपा में आंतरिक लोकतंत्र का अभाव है। उन्होंने कहा, ‘‘मैं जिस भाजपा का हिस्सा था उसमें आंतरिक लोकतंत्र था, मौजूदा भाजपा में आंतरिक लोकतंत्र का अभाव है।’’ अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में विदेश और वित्त मंत्री रहे सिन्हा ने कहा कि उन्होंने समर्थन के लिए प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री से संपर्क किया था। सिन्हा ने शुक्रवार को पीएम नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से बात की और अपने लिए समर्थन मांगा। 84 वर्षीय सिन्हा ने बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी से भी संपर्क किया था।
द्रौपदी मुर्मू ने भी विपक्षी नेताओं से मांगा था समर्थन
बता दें कि इससे पहले एनडीए की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू ने भी कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) सुप्रीमो शरद पवार और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सहित कई विपक्षी नेताओं को फोन कर अपने लिए समर्थन मांगा था।
सिन्हा ने अनुसूचित जाति और जनजाति के कल्याण के संदर्भ में मोदी सरकार के ट्रैक रिकॉर्ड को लेकर सवाल किया। सिन्हा ने कहा, ‘‘मौजूदा राष्ट्रपति एक विशेष समुदाय से आते हैं। क्या इसका मतलब यह है कि उस समुदाय को इसका फायदा हुआ है?’’ उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति चुनाव दो विचारधाराओं के बीच चुनाव है।
यशवंत सिन्हा ने राहुल, पवार की मौजूदगी में भरा नामांकन
यशवंत सिन्हा ने सोमवार को राहुल गांधी और शरद पवार समेत कई प्रमुख विपक्षी नेताओं की मौजूदगी में नामांकन दाखिल किया। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू ने पिछले सप्ताह शुक्रवार को नामांकन दाखिल किया था। राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव 18 जुलाई को होना है। मतगणना 21 जुलाई को होगी। वर्तमान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल 24 जुलाई को समाप्त हो रहा है।