Highlights
- बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सुखबीर बादल से की थी बात।
- किसान कानून के बाद अकाली ने तोड़ लिया था NDA से नाता।
- सुखबीर ने कहा, हम हमेशा गरीबों और कमजोर वर्ग के साथ।
President Election: भारतीय जनता पार्टी और शिरोमणि अकाली दल पंजाब विधानसभा चुनावों में अभी 4 महीने पहले एक दूसरे के खिलाफ ताल ठोक रही थीं। उन चुनावों में दोनों पार्टियों को कोई खास सफलता नहीं मिली, पर अब एक दूसरे चुनाव में दोनों साथ आ गई हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, शिरोमणि अकाली दल ने शुक्रवार को कहा कि वह राष्ट्रपति चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू का समर्थन करेगा। बता दें कि किसान कानून के पास होने तक शिरोमणि अकाली दल भी एनडीए के हिस्से के तौर पर बीजेपी का सहयोगी था।
नड्डा ने की थी बादल से बात
भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने मुर्मू के समर्थन के लिए शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल से बात की थी, जिसके एक दिन बाद पार्टी ने यह फैसला किया। अकाली दल ने कृषि कानूनों को लेकर बीजेपी से नाता तोड़ लिया था। इन कानूनों को केंद्र की मोदी सरकार ने वापस ले लिया था। बादल ने कहा, ‘हमने सर्वसम्मति से राष्ट्रपति पद के लिए द्रौपदी मुर्मू का समर्थन करने का फैसला किया है।’
बादल ने बताई समर्थन की वजह
कृषि कानूनों और सिख कैदियों की रिहाई के मुद्दों का हवाला देते हुए बादल ने कहा कि उनकी पार्टी के भारतीय जनता पार्टी के साथ कई मतभेद हैं, लेकिन अकाली दल ने हमेशा समाज के गरीब व कमजोर वर्ग के लिए काम किया है। उन्होंने कहा, 'यह मुद्दा एक गरीब परिवार से ताल्लुक रखने वाली महिला का है और उन्हें राष्ट्रपति बनने का मौका मिल रहा है।’
‘3 घंटे विचार के बाद लिया फैसला’
सुखबीर बादल ने कहा, ‘अपने राजनीतिक मतभेदों को अलग रखते हुए, हमने सही रास्ता चुनने का फैसला किया है। SAD का इतिहास बताता है कि उसने हमेशा गरीबों, अल्पसंख्यकों और कमजोर वर्ग के लिए लड़ाई लड़ी। कोर कमेटी की बैठक में लगभग 3 घंटे तक विचार करने के बाद हमने सर्वसम्मति से फैसला किया कि हम मुर्मूजी का समर्थन करेंगे।’