Highlights
- यशवंत सिन्हा के चुनाव अभियान को मजबूत करने के लिए शरद पवार ने ली विपक्षियों की बैठक
- NDA की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के खिलाफ यशवंत सिन्हा को खड़ा किया गया है
- सिन्हा प्रचार के लिए गुरुवार को उत्तर प्रदेश, शुक्रवार को गुजरात और नौ जुलाई को जम्मू-कश्मीर जाएंगे
President Election: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) प्रमुख शरद पवार ने राष्ट्रपति पद के लिए विपक्ष के संयुक्त उम्मीदवार यशवंत सिन्हा के चुनाव अभियान को मजबूत करने के लिहाज से बुधवार को विपक्षी नेताओं से मुलाकात की। सिन्हा को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के खिलाफ खड़ा किया गया है। पवार ने कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) महासचिव सीताराम येचुरी, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के भालचंद्र कांगो और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के ए.डी. सिंह के अलावा सिन्हा के चुनाव अभियान प्रबंधक सुधींद्र कुलकर्णी और अभियान दल के अन्य सदस्यों से मुलाकात की।
ट्वीटर पर फोटो किया शेयर
पवार ने ट्विटर पर विपक्षी नेताओं के साथ बैठक की तस्वीरें साझा करते हुए कहा, ‘‘हम सभी अपने देश के सामने आने वाले मुद्दों के लिए लड़ने के वास्ते अपने उम्मीदवार श्री यशवंत सिन्हा के साथ मजबूती से खड़े हैं।’’ सूत्रों ने कहा कि पवार ने सिन्हा की प्रचार रणनीति की जिम्मेदारी संभाल ली है और सिन्हा को समर्थन देने के लिए विपक्षी नेताओं से संपर्क किया है। एक विपक्षी नेता ने स्वीकार किया कि राजग द्वारा मुर्मू को अपना उम्मीदवार बनाए जाने के बाद सिन्हा के अभियान को अपेक्षित प्रतिक्रिया नहीं मिल रही थी।
प्रचार के लिए सिन्हा जाएंगे जम्मू-कश्मीर
बुधवार को पवार की अध्यक्षता में हुई बैठक में तय हुआ कि सिन्हा गुरुवार को उत्तर प्रदेश, शुक्रवार को गुजरात और नौ जुलाई को जम्मू-कश्मीर जाएंगे। कुलकर्णी ने बताया कि सिन्हा नौ जुलाई को जम्मू-कश्मीर का दौरा करेंगे। जम्मू-कश्मीर में विधानसभा नहीं है और वहां के लोग राष्ट्रपति चुनाव में भागीदारी नहीं कर रहे हैं, इसीलिए इसके जरिये राजनीतिक संदेश दिया जाएगा। यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि इस गणराज्य का सबसे महत्वपूर्ण भाग जम्मू-कश्मीर, विधानसभा से वंचित है। उन्होंने कहा कि सिन्हा का जम्मू-कश्मीर दौरा वहां के लोगों के प्रति एकजुटता प्रकट करने के लिए है। राष्ट्रपति चुनाव में संसद के दोनों सदस्यों के अलावा राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों की विधानसभाओं के सदस्य भी मतदान करते हैं।
इन जगहों पर य़शवंत सिन्हा का चुनाव प्रचार हो चुका है
जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद अभी विधानसभा का चुनाव नहीं हुआ है। कुलकर्णी ने बताया कि सिन्हा के प्रचार अभियान की शुरुआत केरल से हुई थी और फिर उन्होंने तमिलनाडु, तेलंगाना, कर्नाटक और छत्तीसगढ़ का दौरा किया। उनके प्रचार अभियान का समापन 17 जुलाई को महाराष्ट्र में होगा। राष्ट्रपति पद का चुनाव 18 जुलाई को होगा। राजग ने द्रौपदी मुर्मू को अपना उम्मीदवार बनाया है। आदिवासी समुदाय से ताल्लुक रखने वाली मुर्मू झारखंड की राज्यपाल रह चुकी हैं।