Highlights
- राष्ट्रपति पद के लिए नामांकन से पहले द्रौपदी मुर्मू ने की वपक्षी दलों के नेताओं से बात
- विपक्षी दलों से समर्थन मांगकर भाजपा ने की राजनीतिक संदेश देने की कोशिश
- द्रौपदी मुर्मू के नामांकन के दौरान प्रधानमंत्री मोदी समेत कई बड़े नेता रहे मौजूद
President Election: एनडीए की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) ने कांग्रेस की अंतरिम राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी, एनसीपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद पवार और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री एवं तृणमूल कांग्रेस की मुखिया ममता बनर्जी से बात कर कर राष्ट्रपति चुनाव में अपने लिए उनकी पार्टी का समर्थन मांगा है। सूत्रों के मुताबिक, राष्ट्रपति पद के लिए नामांकन करने से पहले द्रौपदी मुर्मू ने सोनिया गांधी, शरद पवार और ममता बनर्जी के अलावा अन्य कई विरोधी दलों के नेताओं से बात कर राष्ट्रपति चुनाव में अपने लिए उनकी पार्टी का समर्थन मांगा है।
विपक्षी दलों से समर्थन मांगकर BJP ने की राजनीतिक संदेश देने की कोशिश
आपको बता दें कि, कांग्रेस, एनसीपी और तृणमूल कांग्रेस पहले ही अन्य विरोधी दलों के साथ मिलकर राष्ट्रपति चुनाव के लिए विरोधी दलों के संयुक्त उम्मीदवार के रूप में यशवंत सिन्हा के नाम का ऐलान कर चुकी है। कई विरोधी दलों की तरफ से राष्ट्रपति पद के लिए संयुक्त उम्मीदवार के तौर पर यशवंत सिन्हा 27 जून को नामांकन करने की तैयारी भी कर रहे हैं।
द्रौपदी मुर्मू ने शुक्रवार को राष्ट्रपति पद के लिए नामांकन कर दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उनके प्रस्तावक बने हैं। नामांकन के दौरान ही शक्ति प्रदर्शन कर भाजपा ने यह साबित कर दिया है कि उनके पास अपने उम्मीदवार को राष्ट्रपति बनाने के लिए पर्याप्त नंबर है लेकिन इसके बावजूद प्रमुख विपक्षी दलों के नेताओं से समर्थन मांगकर भाजपा ने एक बड़ा राजनीतिक संदेश देने की कोशिश की है।
मुर्मू के नामांकन के दौरान कई बड़े नेता रहे मौजूद
संसद भवन में द्रौपदी मुर्मू के नामांकन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी, प्रल्हाद जोशी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई, असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा शर्मा, हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल और गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सांवत के अलावा भाजपा शासित अन्य राज्यों के मुख्यमंत्री, मोदी सरकार के कई मंत्री, सांसद और भाजपा के दिग्गज नेता मौजूद रहे।
उनके नामांकन के दौरान जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह और अपना दल-एस की अनुप्रिया पटेल के अलावा एनडीए के घटक दलों के नेता भी मौजूद रहे। राष्ट्रपति पद के लिए द्रौपदी मुर्मू को समर्थन देने का ऐलान कर चुके बीजू जनता दल और वाईएसआर कांग्रेस के नेता भी उनके नामांकन के दौरान मौजूद रहे।
राष्ट्रपति के लिए 18 जुलाई को चुनाव, वोटों की गिनती 21 जुलाई को
आपको बता दें कि, राष्ट्रपति पद के लिए नामांकन की आखिरी तारीख 29 जून है। देश के नए राष्ट्रपति के लिए 18 जुलाई को चुनाव होना है और वोटों की गिनती 21 जुलाई को होगी। चुनाव में मुख्य मुकाबला एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू और विपक्षी दलों के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा के बीच होना है।