Highlights
- Rahul Gandhi के बयान पर BJP का पलटवार
- हिंदू-हिंदुत्व पर सियासत जारी
- काशी विश्वनाथ कॉरिडोर पर अखिलेश का 'क्रेडिट कार्ड'
नयी दिल्ली: आगामी विधानसभा चुनाव के नजदीक आते ही देश की राजनीति में फिर से हिंदू, हिंदुत्व की एंट्री तेजी से हो चला है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पिछले दिनों हिंदू और हिंदुत्ववादी को लेकर एक बयान दिया। अब इस बयान पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने घेरा है। दरअसल, राहुल गांधी ने एक बार फिर हिंदू और हिंदुत्व का मुद्दा उठाया है। पिछले दिनों राहुल गांधी ने कहा था, ''दो शब्दों का एक मतलब नहीं हो सकता। हर शब्द का अलग मतलब होता है। एक हिन्दू है और दूसरा हिन्दुत्ववादी। मैं हिन्दू हूं लेकिन हिन्दुवादी नहीं। महात्मा गाँधी- हिन्दू थे, गोडसे - हिन्दुवादी।''
राहुल गांधी ने कहा था कि देश की राजनीति में आज दो शब्दों का अंतर है। उन्होंने कहा, "इन दो शब्दों के मतलब अलग-अलग हैं। एक शब्द हिंदू और दूसरा शब्द हिंदुत्ववादी, ये एक शब्द नहीं है, ये दोनों अलग है, मैं हिंदू हूं लेकिन मैं हिंदुत्ववादी नहीं हूं।''
राहुल गांधी के बयान पर पलटवार करते हुए सोमवार को केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल ने कहा, आक्रांताओं ने हमेशा काशी को तोड़ने की कोशिश की है लेकिन ऐसा हो नहीं सका और दुनिया ने माना की काशी सबसे प्राचीन है। वो राहुल गांधी हों या अखिलेश यादव हों जब ये सनातन की परंपराओं पर हमला करते हैं तो ये आक्रांताओं की श्रेणी में आते हैं।
दरअसल, प्रधानमंत्री दो दिवसीय काशी दौरे पर हैं। काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का उद्धाटन किया जाना है। इसे लेकर समाजवादी पार्टी के मुखिया और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि उनकी सरकार में ही इसकी नीव पड़ी थी। अखिलेश ने कहा, "इस कॉरिडोर की शुरुआत समाजवादी पार्टी की सरकार ने रखी थी।" आगे उन्होंने खुद ट्वीट कर कहा, "हम दस्तावेज भी देंगे, क्योंकि इस बार हम सबूत के साथ बात करेंगे। ये सब इसलिए हो रहा है ताकि राज्य सरकार किसानों की आय दोगुनी करने से बच जाए। ये सब ध्यान भटकाने के लिए हो रहा है।"
गौरतलब है कि पीएम मोदी ने बलरामपुर सरयू नहर परियोजना के उद्घाटन के दौरान संबोधन करते हुए सपा प्रमुख अखिलेश यादव पर जोरदार निशाना साधा था। पीएम मोदी ने बिना नाम अखिलेश पर परियोजना का क्रेडिट लेने को लेकर तंज कसा था। दरअसल अखिलेश यादव ने परियोजना के लोकार्पण से पहले ट्वीट किया था कि तीन चौथाई काम सपा सरकार के वक्त ही हो चुका था।
पीएम मोदी ने बिना नाम लिए अखिलेश यादव पर कहा था, ''जब मैं आज दिल्ली से चला तो सुबह से इंतजार कर रहा था कि कब कोई आएगा, कहेगा कि मोदी जी इस योजना का फीता तो हमने काटा था।"