नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 4 दिन में कुल मिलाकर 10 हजार 800 किलोमीटर की यात्रा करेंगे। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 10 पब्लिक मीटिंग्स हैं। पूरब में अगरतला से लेकर पश्चिम में मुंबई तक, सेंट्रल इंडिया में लखनऊ से लेकर साउथ इंडिया में बेंगलुरू तक, इन 4 दिनों में मोदी हर जगह पहुंचेंगे। किसी भी शख्स के लिए इतनी ज्यादा यात्रा बेहद थकाने वाली साबित हो सकती है, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी हर कार्यक्रम में, अपनी हर पब्लिक मीटिंग में तरोताजा नजर आते हैं। अब हम आपको 10,800 किलोमीटर का पूरा गणित समझाते हैं।
12 फरवरी को करेंगे 1800 किमी का सफर
दरअसल, 10 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिल्ली से लखनऊ गए। इसके बाद वह लखनऊ से मुंबई पहुंचे और वापस दिल्ली आए। यानी कि 10 फरवरी को पीएम मोदी ने कुल 2700 किलोमीटर का सफर किया। 11 फरवरी को मोदी दिल्ली से त्रिपुरा गए और फिर वहां से दिल्ली लौट आए। इस दौरान मोदी ने कुल मिलाकर 3000 किलोमीटर की यात्रा की। 12 फरवरी को प्रधानमंत्री पहले दिल्ली में एक कार्यक्रम को संबोधित करेंगे, वहां से दौसा जाएंगे और एक हाईवे प्रोजक्ट का उद्घाटन करेंगे। इसके बाद देर रात मोदी बेंगलुरू पहुंचकर एक दिन में 1800 किलोमीटर की यात्रा को पूरा करेंगे।
13 फरवरी को फिर त्रिपुरा जाएंगे पीएम मोदी
13 फरवरी को मोदी बेंगलुरू में एयरो इंडिया शो का उद्घाटन करेंगे और फिर वापस त्रिपुरा पहुंच जाएंगे। इस तरह मोदी सोमवार को कुल 3400 किलोमीटर का सफर करेंगे। इन सबको जोड़कर देखें तो 90 घंटे में मोदी 10,800 किलोमीटर की यात्रा करेंगे और इस दौरान कुल 10 जनसभाओं को संबोधित भी करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी की ये सभी यात्राएं नए प्रोजेक्ट्स का उद्घाटन या शिलान्यास करने, या फिर अपनी सरकार के विकास के कामों को जनता के बीच पहुंचाने के लिए है।