लोकसभा चुनाव के मद्देनजर दूसरे चरण के लिए मतदान की प्रक्रिया समाप्त हो चुकी है। इस बीच अब पीएम नरेंद्र मोदी चुनाव प्रचार करने के लिए कर्नाटक के दावणगेरे में पहुंचे। यहां उन्होंने विशाल जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान पीएम मोदी ने विपक्ष पर और कांग्रेस पर खूब निशाना साधा। उन्होंने रविवार को आयोजित इस चुनावी सभा में कहा कि जिन लोगों ने अयोध्या में राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह का निमंत्रण ठुकरा दिया, उन्हें मौजूदा लोकसभा चुनाव में जनता खारिज कर देगी। वह स्पष्ट रूप से इस कार्यक्रम में शामिल नहीं होने के लिए कांग्रेस पार्टी का जिक्र कर रहे थे।
पीएम मोदी ने विपक्ष पर साधा निशाना
पीएम मोदी ने कहा कि राम मंदिर निर्माण पर फैसला देश की आजादी के अगले दिन ही ले लिया जाना चाहिए था। इस मुद्दे पर कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि “उन्हीं ताकतों” ने अंतिम क्षण तक यह सुनिश्चित करने की कोशिश की कि राम मंदिर न बने और आखिरी दिन भी अदालत का दरवाजा खटखटाया था। उत्तर कन्नड जिले के इस तालुका मुख्यालय शहर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, “कांग्रेस और उसके दरबारियों ने 70 वर्षों तक कोशिश की है कि राम मंदिर नहीं बनाया जाना चाहिए।” उन्होंने कहा कि राम मंदिर के न्यासियों ने कांग्रेस और उसके सहयोगियों द्वारा लगाई गई सभी बाधाओं को नजरअंदाज कर दिया, उनके घर गए और उन्हें प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया, जो उनकी सदाशयता को दर्शाता था।
'ईवीएम की टोपी पहनाते थे ये लोग'
पीएम मोदी ने कहा, “उन्होंने (कांग्रेस नेताओं) राम मंदिर समारोह के निमंत्रण को अस्वीकार कर दिया। राम मंदिर का निमंत्रण ठुकराने वालों को देश अस्वीकार करेगा।” उन्होंने कहा कि ये पहले जब भी हार जाते थे तो EVM को टोपी पहना देते थे। वो दिन-रात चुनाव आते ही EVM की माला जपते रहते थे, अब परसों सुप्रीम कोर्ट ने ऐसा चांटा मारा है कि वे असमंजस में हैं कि अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं को सांत्वना देने के लिए क्या कहेंगे। अब पूरी कांग्रेस चुनाव हार जाए तो क्या बयान देना है, उसके ड्राफ्टिंग में लगी हुई है।
(इनपुट-भाषा)