प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव पर कांग्रेस समेत अन्य राजनीतिक पार्टियों पर जोरदार हमला बोला है। पीएम मोदी ने I.N.D.I.A गठबंधन को लेकर भी बड़ी बात कही है। उन्होंने बताया कि क्यों विपक्ष ने ऐसा नाम रखा। यूनाइटेड प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) का नाम बदलकर I.N.D.I.A किए जाने पर प्रधानमंत्री ने कहा कि ये सबकुछ चुराने वाले लोग हैं। इनका अपना कुछ भी नहीं है। पीएम ने कहाकि इनकी मुसीबत ये है कि खुद को जिंदा रखने के लिए इनको NDA का ही सहारा लेना पड़ा है। आपने NDA भी चुरा लिया और इंडिया को I.N.D.I.A करके उसके भी टुकड़े-टुकड़े कर दिए।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ये I.N.D.I.A. नहीं घमंडिया गठबंधन है। उन्होंने ललकारने के अंदाज में कहा कि जरा डीएमके और कांग्रेस के लोग कान खोलकर सुन लें "यूपीए को लगता है कि देश के नाम का इस्तेमाल करके अपनी विश्वसनीयता बढ़ाई जा सकती है, लेकिन कांग्रेस के सहोयगी दल के तमिलनाडु सरकार में एक मंत्री ने दो दिन पहले ही कहा है इंडिया उनके लिए कोई मायने नहीं रखता है। उनके मुताबिक तमिलनाडु तो भारत में है ही नहीं। आज मैं गर्व के साथ कहना चाहता हूं कि तमिलनाडु वो प्रदेश है, जहां हमेशा देशभक्ति की धाराएं निकली हैं। जिस राज्य ने हमें राजा जी दिए, कमाराज दिए, एनजीआर, कलाम दिए। आज तमिलनाडु से ये स्वर सुनाई दे रहे हैं।"
कांग्रेस का अपना कुछ नहीं
पीएम मोदी ने निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस की कोई चीज अपनी नहीं, विचार से लेकर चुनाव चिह्न तक चुरा लिया। इनकी पार्टी की स्थापना भी ए.ओ.ह्यूम नामक व्यक्ति ने की थी, जो विदेशी थे। 1920 में भारत के स्वतंत्रता संग्राम को एक नई ऊर्जा मिली और देश ने उस ध्वज को स्वीकार लिया। कांग्रेस ने उस ध्वज की ताकत देखते हुए उसे भी अपना लिया। वोटरों को भरमाने के लिए गांधी नाम भी चुरा लिया। उन्होंने कहा कि अभी हाथ में हाथ है, लेकिन बाद में छुरियां भी निकलेंगी। इन्होंने गाय-बछड़े से लेकर किसान तक को अपने चुनाव चिन्ह से जोड़ने का प्रयास किया, लेकिन तब भी देश इनसे जुड़ा नहीं। आज हालात ये हैं कि 400 से 40 पर आ गए हैं।
विपक्ष के घमंडिया गठबंधन में हर कोई बनना चाहता है दूल्हा
पीएम मोदी ने विपक्ष के गठबंधन पर कहा कि ये I.N.D.I.A नहीं घमंडिया गठबंधन है। इसकी बारात में हर कोई दूल्हा बनना चाहता है। विपक्ष पर निशाना साधते हुए पीएम ने कहा, 'इस गठबंधन में सबको प्रधानमंत्री बनना है। आज जो लोग कांग्रेस के साथ हैं उनका इतिहास सभी को पता है। 1991 के पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में इन्हीं वाम दल ने अधीर बाबू के साथ क्या व्यवहार किया था, वह आज भी इतिहास में दर्ज है। पिछले साल केरल के वायनाड में जिन लोगों ने कांग्रेस के कार्यालय में तोड़फोड़ की, ये लोग उनके साथ दोस्ती करके बैठे हैं।
लेबल बदलने से पाप नहीं छुपेंगे
प्रधानमंत्री ने कहा कि बाहर से अपना लेबल तो बदल सकते हैं, लेकिन पुराने पापों का क्या होगा? यही पाप आपको लेकर डूबेंगे। आप ये पाप नहीं छिपा सकोगे।' पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस की पहचान से जुड़ी कोई चीज उनकी अपनी नहीं है। चुनाव चिह्न से लेकर सब कुछ जो कांग्रेस अपना होने का दावा करती है, वह किसी और से लिया हुआ है। अपनी कमियों को ढंकने के लिए चुनाव चिह्न और विचारों को भी चुरा लिया। बदलावों में पार्टी का घमंड ही दिखता है। ये भी दिखता है कि 2014 से वो किस तरह से डिनायल के मूड में हैं।
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