पीएम मोदी ने बुधवार को राजस्थान को पहली वंदे भारत एक्सप्रेस की सौगात दी। पीएम मोदी ने हरी झंडी दिखाकर वंदे भारत एक्सप्रेस को रवाना किया और उसके बाद उन्होंने विपक्षी नेताओं पर हमला बोला। पीएम मोदी ने राजद सुप्रीमो लालू यादव का नाम लिए बिना उनपर तंज कसा और कहा कि लोगों ने तो रेलवे में नौकरी दिलाने का झांसा देकर गरीबों की जमीन छीन ली। बिना नाम लिए पीएम ने कहा कि देश में राजनीतिक स्वार्थ इस कदर हावी था कि रेलवे की भर्ती में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार होता था। हालत ये थी गरीब लोगों की जमीन छीनकर उन्हें नौकरी का झांसा दिया गया था। पीएम ने कहा कि रेलवे को लोग राजनीति और अपने फायदे के लिए इस्तेमाल करने लगे थे।
पीएम ने कहा कि देश का दुर्भाग्य रहा कि रेलवे जैसी महत्वपूर्ण व्यवस्था जो लोगों के जीवन का इतना बड़ा हिस्सा है उसे भी राजनीति का अखाड़ा बना दिया गया था। आजादी के बाद भारत को एक बड़ा रेलवे नेटवर्क मिला था, लेकिन रेलवे के आधुनिकीकरण पर हमेशा राजनीतिक स्वार्थ हावी रहा और लोग इसे अपने स्वार्थ के लिए इस्तेमाल करने लगे थे। तय किया जाता था कि कौन रेल मंत्री बनेगा। कौन नहीं बनेगा।
पीएम ने कहा इतना ही नहीं होता था। राजनीतिक स्वार्थ में ये भी तय होता था कि कौन सी ट्रेन किस स्टेशन पर चलेगी। इसी स्वार्थ के चलते बजट में ऐसी-ऐसी ट्रेनों की घोषणा हुई, जो कभी चली ही नहीं। रेलवे की सुरक्षा, स्वच्छता, सबकुछ नजरअंदाज कर दिया गया था। लेकिन साल 2014 के बाद से इन सब परिस्थितियों में बदलाव आना शुरू हुआ और आज रेलवे के विकास की स्थिति किसी से छुपी नहीं है।