नई दिल्ली: पीएम मोदी ने राज्यसभा में संदेशखाली और महिलाओं का मुद्दा उठाया। पीएम मोदी ने कहा, 'जो घटना संदेशखाली में हुई, जिसकी तस्वीरें रोंगटे खड़े कर देने वाली हैं, लेकिन बड़े बड़े दिग्गज जिनको मैं कल से सुन रहा हूं, उनके शब्दों में पीड़ा नहीं झलक रही है। इससे बड़ा शर्मिंदगी का चित्र क्या हो सकता है?'
पीएम मोदी ने कहा, 'जो लोग खुद को प्रगतिशील नारी नेता मानते हैं, वो भी मुंह पर ताले लगाकर बैठ गए हैं, क्योंकि घटना का संबंध उनके राजनीतिक जीवन से जुड़े दल से या राज्य से है।' पीएम ने कहा कि मैं किसी राज्य के खिलाफ नहीं बोल रहा हूं और न ही कोई राजनीतिक स्कोर करने के लिए बोल रहा हूं।
बंगाल में महिला की सरेआम पिटाई की गई: पीएम
पीएम मोदी ने कहा, 'कुछ समय पहले, मैंने बंगाल से आई कुछ तस्वीरों को सोशल मीडिया पर देखा। एक महिला को वहां सरेआम सड़क पर पीटा जा रहा है, वो बहन चीख रही है। वहां खड़े हुए लोग उसकी मदद के लिए नहीं आ रहे है, वीडियो बना रहे हैं।'
पीएम ने कहा, 'देश का दुर्भाग्य है कि संवेदनशील मामलों में जब राजनीति होती है, तो देशवासियों को और खासकर महिलाओं को अकल्प पीड़ा होती है। ये जो महिलाओं के साथ होते अत्याचार में विपक्ष का सिलेक्टिव रवैया है, ये सिलेक्टिव रवैया चिंताजनक है।'