प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राजस्थान पहुंचे हैं। इस दौरान राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट के बीच चल रही तनातनी को लेकर कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस में राजस्थान सरकार आपसी लड़ाई में उलझी है, ऐसे में राजस्थान का विकास कैसे होगा? राज्य में अपराध का ग्राफ बढ़ रहा है। राजस्थान सरकार तुष्टिकरण में उलझी है।
"जयपुर बम धमाके के केस में कमजोर पैरवी हुई"
प्रधानमंत्री मोदी ने आबू रोड में एक जनसभा को संबोधित करते हुए अपने भाषण में कहा, "कांग्रेस ने तुष्टिकरण के लिए हमेशा आतंकियों पर नरम रुख अपनाया है, कांग्रेस आतंकी विचारधारा के साथ खड़ा होने का कोई मौका नहीं चूकती। इसी सोच की वजह से राजस्थान की कांग्रेस सरकार ने जयपुर बम धमाके के केस में कमजोर पैरवी की, इसके कारण धमाकों के आरोपी छूट गए।" मोदी ने कहा, "कांग्रेस अब लीपापोती की चाहे जितनी कोशिश करे, लेकिन उसकी सच्चाई पूरे देश के सामने आ चुकी है।" मोदी ने कहा कि कांग्रेस ने दशकों तक जिस प्रकार की राजनीति की उसमें दलित, पिछड़े व आदिवासी समाज का सबसे अधिक अहित हुआ है।
"मुख्यमंत्री को अपने विधायकों पर भरोसा नहीं"
गहलोत-पायलट के बीच जारी खींचतान पर कटाक्ष करते हुए मोदी ने कहा कि कांग्रेस की स्वार्थ की राजनीति का नुकसान राजस्थान को भी उठाना पड़ रहा है। यहां कुर्सी लूटने व कुर्सी बचाने का खेल चल रहा है।'' प्रधानमंत्री ने कहा ''यह कैसी सरकार है जहां मुख्यमंत्री को अपने ही विधायकों पर भरोसा नहीं है, ये कैसी सरकार है जहां विधायकों को अपने मुख्यमंत्री पर भी भरोसा नहीं है। सरकार के भीतर सब एक दूसरे को अपमानित करने की होड़ लगाए बैठे हैं। जब कुर्सी पूरे पांच साल संकट में ही पड़ी रही हो, तो ऐसे में राजस्थान के विकास की किसे परवाह होगी।''
मोदी ने कानून-व्यवस्था को लेकर भी राजस्थान सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, '"आज कांग्रेस शासन में राजस्थान में कानून-व्यवस्था पूरी तरह तबाह हो चुकी है। जिस राजस्थान में गंभीर अपराध सुनने में कम ही आते थे, वहां आज अपराधी बेखौफ घूम रहे हैं और अपने वोट बैंक की गुलामी कर रही कांग्रेस कार्रवाई करने से डर रही है।''
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