इजरायल और हमास के बीच जारी युद्ध को लेकर भारत में भी अब साफ तौर पर दो पक्ष हो गए हैं। पीएम मोदी ने हमास द्वारा इजरायल पर किए गए आतंकी हमले और सामूहिक नरसंहार की निंदा की थी और इस मुश्किल वक्त में इजरायल को समर्थन दिया था। तो वहीं, दूसरी ओर विपक्षी दलों के कई नेता फिलिस्तीन के समर्थन में खड़े हो गए हैं। एनसीपी के अध्यक्ष शरद पवार ने भी फिलिस्तीन को समर्थन दिया था। अब केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने इस मुद्दे पर शरद पवार पर तीखा निशाना साधा है।
क्या बोले थे शरद पवार?
शरद पवार ने हाल ही में इजरायल और हमास के बीच जारी जंग पर बयान देते हुए फिलिस्तीन का समर्थन किया था। उन्होंने कहा था कि भारत 100% इजरायल के साथ नहीं है। पीएम मोदी द्वारा इजरायल को समर्थन दिए जाने के मुद्दे पर पवार ने कहा था कि ये एक सीरियस मुद्दा है, सेंसिटिव मुद्दा है। इस मुद्दे पर सोचते समय हम अफगान, यूएई और गल्फ देशों की भावनाओं को नजरअंदाज नहीं कर सकते।
पीयूष गोयल ने दिया जवाब
शरद पवार द्वारा फिलिस्तीन को समर्थन दिए जाने पर केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता पीयूष गोयल बुरी तरह से भड़क गए हैं। उन्होंने कहा कि यह बहुत परेशान करने वाली बात है कि शरद पवार जैसे वरिष्ठ नेता इजरायल पर हुए आतंकी हमले के खिलाफ भारत की निंदा पर बेतुका बयान देते हैं। दुनिया के किसी भी हिस्से में आतंकवाद के खतरे की सभी रूपों में निंदा की जानी चाहिए। गोयल ने कहा कि एक व्यक्ति जो भारत का रक्षा मंत्री और कई बार मुख्यमंत्री रहा है, वह आतंक से संबंधित मुद्दों पर इतना अनौपचारिक दृष्टिकोण रखता है। गोयल ने ये तक कह दिया कि शरद पवार उसी सरकार का हिस्सा थे जिसने बाटला हाउस एनकाउंटर पर आंसू बहाये और भारत की धरती पर आतंकी हमले होते हुए भी सोते रहे। गोयल ने आगे कहा कि इस मानसिकता को रोकना होगा। मुझे उम्मीद है कि पवार जी कम से कम अब पहले राष्ट्र के बारे में सोचेंगे।
जयंत पाटिल ने दिया जवाब
पीयूष गोयल द्वारा शरद पवार पर दिए गए बयान पर शरद गुट के एनसीपी नेता जयंत पाटिल ने जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि विदेश मंत्रालय ने फिलिस्तीन पर जो भी बयान दिया है, उन्हें पहले उसे पढ़ना चाहिए। वह समझ जाएंगे कि उनकी सरकार क्या निर्णय ले रही है।
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