नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ की नकल उतारे जाने के विवाद तथा विपक्षी सांसदों के निलंबन का हवाला देते हुए गुरुवार को कई बड़े आरोप लगाए। खरगे ने कहा कि संवैधानिक पदों पर बैठे जिन लोगों पर सांसदों के संरक्षण की जिम्मेदारी है, वो दलगत राजनीति का हिस्सा बनकर तथा जाति, क्षेत्र और व्यवसाय को ढाल बनाकर राजनीति कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि संवैधानिक पदों पर बैठे ये लोग अपने दायित्वों को पूरा करने में विफल रहे हैं।
‘राहुल दूसरी भारत जोड़ो यात्रा निकालें’
खरगे ने कांग्रेस कार्य समिति (CWC) की बैठक में अपने शुरुआती संबोधन में यह भी कहा कि कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं की यह मांग है कि राहुल गांधी पूर्व से पश्चिम की ओर दूसरे चरण की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ निकालें। खरगे ने कहा, ‘18वीं लोकसभा के चुनाव आसन्न हैं। इसी संबंध में 19 दिसंबर 2023 को ‘I.N.D.I.A.’ गठबंधन की चौथी बैठक दिल्ली में हुई। हम कई दिशाओं में आगे बढ़े हैं। हमें समान विचारों वाले साथियों के साथ समन्वय बनाते हुए ज्यादा से ज्यादा सीट पर जीत हासिल करनी है।’
‘24 राज्यों के साथ समीक्षा बैठक पूरी’
खरगे ने कहा कि कांग्रेस ने 5 सदस्यीय राष्ट्रीय गठबंधन समिति गठित की है, जो अन्य दलों के साथ गठबंधन की रूपरेखा तय करेगी। उन्होंने कहा, ‘पिछले कई महीनों से पार्टी के सभी नेता और कार्यकर्ता एक स्वर में लगातार एक मांग मेरे सामने रखते रहे हैं कि राहुल गांधी जी पूर्व से पश्चिम की ओर ‘भारत जोड़ो यात्रा’ निकालें। मैं कार्यसमिति में राहुल जी के समक्ष यह बात रखता हूं और निर्णय आप सभी पर छोड़ता हूं। लोकसभा चुनाव की तैयारियों के मद्देनजर लगभग 24 राज्यों के साथ समीक्षा बैठक हो चुकी है। हम लोकसभा सीट के स्तर पर जल्द ही समन्वयक भी नियुक्त करेंगे।’
‘146 सांसदों का निलंबन दुर्भाग्यपूर्ण है’
कांग्रेस अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि सरकार अहम विधेयकों को मनमाने ढंग से पारित कराने के लिए लोकतंत्र का गला घोंट रही है तथा संसद को सत्ता पक्ष के मंच के रूप में बदलने का षड्यंत्र चल रहा है। उन्होंने कहा, ‘मौजूदा संसद सत्र में अब तक दोनों सदनों में हमारे ‘इंडिया’ गठबंधन के 146 सांसदों का जिस तरह निलंबन किया गया है, वो दुर्भाग्यपूर्ण है।’ खरगे ने दावा किया कि मोदी सरकार विपक्ष की गैर मौजूदगी में तमाम अहम विधेयकों को पारित कराकर संसद की मर्यादा के खिलाफ काम कर रही है।
‘देशभक्ति हमारे खून और DNA में है’
खरगे ने कहा कि सबसे बड़ी चुनौती यह है कि जिनपर विपक्षी सांसदों को संरक्षण देने का जिम्मा है, वैसे संवैधानिक पदों पर बैठे लोग खुद दलगत राजनीति का हिस्सा बन जाति, क्षेत्र और व्यवसाय को ढाल बना कर राजनीति कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि संवैधानिक पदों पर आसीन लोग संविधान के तहत मिले दायित्वों को पूरा करने में विफल रहे हैं जिसे पूरा देश देख रहा है। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘हमारा 138 वर्षों का त्याग बलिदान और संयम का इतिहास रहा है। देशभक्ति हमारे खून और डीएनए में है। अंग्रेजों के राज में भी हमारे पुरखों ने डरना और झुकना नहीं सीखा।’
‘पाप और झूठ की उम्र बहुत कम’
खरगे ने दावा किया कि सरकारी पक्ष महान नायकों को बदनाम करने से लेकर इतिहास को तोड़-मरोड़ कर अपने स्वार्थों के लिए पिछले 10 सालों से जनता को गुमराह करने की कोशिश कर रहा है। उन्होंने कहा,‘हमें संयमित और मर्यादित भाषा में सत्य के सहारे उनका जवाब देना होगा। वही काम हम सदन में भी कर रहे है। हमारी विचारधारा इस बात की इजाजत नहीं देती कि हम उनकी तरह झूठ बोलें, वही काम करें जो आज ये सरकार कर रही है। अहंकार, पाप और झूठ की उम्र बहुत कम होती है लेकिन सत्य अजर-अमर होता है। मुझे पूरा विश्वास है कि जनता को न्याय दिलाने के सघंर्ष के साथ हम विजय हासिल करेंगे।’ (भाषा)