केंद्र सरकार की ओर से बुलाए गए संसद के विशेष सत्र का समापन हो गया है। विशेष सत्र अपने आप में ऐतिहासिक रहा है। सत्र में नए संसद भवन में काम-काज शुरू हो गया है। नए संसद भवन में कार्य की शुरुआत महिला आरक्षण बिल को पास करवा कर की गई है। अब लोकभा के स्पीकर ओम बिरला ने सदन को स्थगित करने से पहले सत्र की प्रोडक्टिविटी का डेटा शेयर किया है और खुशी जताई है।
ऐतिहासिक सत्र
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने गुरुवार को बताया कि 18 सितंबर को शुरू हुए संसद के विशेष सत्र में चार बैठकें हुईं और इसमें कुल प्रोडक्टिविटी 132 प्रतिशत दर्ज की गई है। बिरला ने कहा कि यह सत्र संसदीय इतिहास में एक ऐतिहासिक सत्र के रूप में दर्ज किया जाएगा क्योंकि केंद्रीय विधानमंडल ने इस सत्र में एक नई इमारत से अपनी यात्रा शुरू की है। बिरला ने आगे कहा कि विशेष सत्र के दौरान एक सरकारी विधेयक पेश किया गया जबकि दूसरा पारित किया गया।
नारी शक्ति वंदन अधिनियम पर चर्चा
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने बताया कि 19 सितंबर को पेश 'नारी शक्ति वंदन अधिनियम' शीर्षक वाले संविधान के 128वें संशोधन विधेयक पर 9 घंटे और 57 मिनट तक चर्चा चली। 32 महिला सदस्यों सहित कुल 60 सदस्यों ने चर्चा में भाग लिया। इसके साथ ही विधेयक को दो-तिहाई बहुमत से पारित किया गया। इसके अलावा पीएम मोदी द्वारा शुरू की गई संविधान सभा से लेकर 75 साल की संसदीय यात्रा पर चर्चा 6 घंटे 43 मिनट तक चली। इस चर्चा में 36 सदस्यों ने भाग लिया।
चंद्रयान-3 की भी बात
ओम बिरला ने बताया कि 21 सितंबर, 2023 को केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने चंद्रयान-3 मिशन की सफलता और अंतरिक्ष अनुसंधान में देश की अन्य उपलब्धियों पर चर्चा शुरू की। ये चर्चा 12 घंटे 25 मिनट तक चली और 87 सदस्यों ने इस चर्चा में भाग लिया। अध्यक्ष ने लोकसभा सदस्यों को सूचित किया कि सदन के पटल पर 120 कागजात रखे गए।
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