संसद की सुरक्षा में हुई चूक मामले को लेकर लोकसभा में विपक्षी सांसदों ने शुक्रवार को जोरदार हंगामा किया। इस कारण सदन में कोई कामकाज नहीं हो सका और सदन की कार्यवाही को एक बार फिर सोमवार की सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित करना पड़ा। इस मामले पर भाजपा सांसद निशिकांत दुबे के ट्वीट पर शिरोमणि अकाली दल की सांसद हरसिमरत कौर बादल ने कहा कि यह सुरक्षा का गंभीर उल्लंघन है। यह कोई छोटी बात नहीं है। देश में लोग संसद को सबसे सुरक्षित स्थान मानते हैं। लेकिन अगर बेरोजगार युवा वहां ऐसा करते हैं तो सुरक्षा कहां है।
हरसिमरत कौर ने केंद्र पर साधा निशाना
हरसिमरत कौर ने कहा, यह एक बड़ा उल्लंघन है और चिंता का बड़ा कारण है। यह एक नया मानदंड बन गया है कि यदि आप उनसे (केंद्र) सवाल पूछते हैं तो वे आपको बाहर निकाल देते हैं और निलंबित कर देते हैं। हम बस आभारी हैं कि उनमें से कोई भी (आरोपी) अल्पसंख्यक समुदाय से नहीं था, वरना मामला कुछ और होता। यह पारित करने वाले भाजपा सांसद थे। अगर यह विपक्षी सांसद होता तो यह बात कुछ और ही बन जाती। बता दें कि शुक्रवार को लोकसभा में खूब हंगामा देखने को मिला। विपक्षी दलों के सदस्य संसद सुरक्षा चूक मामले पर सदन में गृहमंत्री अमित शाह के वक्तव्य और चर्चा की मांग कर रहे थे।
सदन की कार्यवाही सोमवार तक स्थगित
सदन की कार्यवाही एक बार के स्थगन के बाद दोपहर दो बजे आरंभ होते ही विपक्षी सदस्य हंगामा करने लगे। पीठासीन सभापति किरीट सोलंकी ने कार्यवाही सोमवार 11 बजे तक के लिए तत्काल स्थगित कर दी। इससे पहले, पूर्वाह्न 11 बजे सदन की बैठक शुरू होते ही विपक्ष के सदस्य संसद की सुरक्षा में चूक के मुद्दे पर नारेबाजी करते हुए आसन के समीप आ गए। विपक्ष के सांसद इस मुद्दे पर गृहमंत्री अमित शाह के सदन में बयान देने की मांग कर रहे थे। कुछ सदस्यों के हाथों में पोस्टर भी थे। एक पोस्टर पर संसद में सुरक्षा के मुद्दे पर चर्चा कराने की मांग लिखी हुई थी। कुछ सदस्य गृहमंत्री शाह के इस्तीफे की मांग भी कर रहे थे। कुछ विपक्षी सदस्य भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद प्रताप सिम्हा के खिलाफ कार्रवाई की भी मांग कर रहे थे, जिनके हस्ताक्षर से मिले ‘पास’ पर संसद भवन में प्रवेश करने वाले दो युवक बुधवार को लोकसभा की दर्शक दीर्घा से सदन में कूद गए थे।