लोकसभा चुनाव से पहले राजनीतिक घटनाक्रमों में खूब बदलाव देखने को मिल रहा है। दरअसल अब समाजवादी पार्टी के लिए नई मुश्किल खड़ी हो सकती है। दरअसल पल्लवी पटेल एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी के साथ गठबंधन कर लिया है। बता दें कि पल्लवी पटेल की पार्टी अपना दल (कमेरावादी) और ओवैसी की पार्टी (AIMIM) ने लोकसभा चुनाव के लिए गठबंधन किया है। पल्लवी पटेल और असदुद्दीन ओवैसी की मुलाकात की तस्वीर भी सामने आई है। बता दें कि पल्लवी पटेल के साथ इस दौरान उनके पति पंकज निरंजन भी मौजूद रहे।
अखिलेश यादव से पल्लवी पटेल की दूरी
बता दें कि इससे पहले अखिलेश यादव के साथ सीटों पर हुई असहमति के बाद ऐसी खबरें सामने आई थी कि उनकी मायावती के साथ बातचीत चल रही है और वह बसपा के साथ मिलकर चुनाव लड़ सकती हैं। हालांकि ऐसा नहीं हुआ और अब उन्होंने एआईएमआईएम के साथ गठबंधन की है। दरअसल पल्लवी पटेल लोकसभा चुनाव 2024 समाजवादी पार्टी के साथ मिलकर लड़ना चाहती थीं। उन्हें उम्मीद थी कि इंडी गठबंधन में बातचीत के दौरान उन्हें फूलपुर, मिर्जापुर और कौशांबी जैसी सीटें मिलेंगी। लेकिन अखिलेश यादव ने मिर्जापुर से अपने उम्मीदवार को उतारकर अपना रुख स्पष्ट कर दिया।
पूर्वी यूपी में सपा को हो सकता है नुकसान
इसके बाद फरवरी महीने में जब राज्यसभा चुनाव के लिए वोटिंग की गई तब भी यह पल्लवी पटेल और अखिलेश यादव के बीच विवाद देखने को मिला था। दरअसल उस दौरान पल्लवी पटेल ने राज्यसभा चुनाव में सपा उम्मीदवार के पक्ष में मतदान करने से इनकार कर दिया था। पल्लवी ने इस बाबत कहा कि अखिलेश यादव ने अपने पीडीए (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) फॉर्मूले को नजरअंदाज किया है। बता दें कि पल्लवी पटेल ने अब जब ओवैसी के साथ गठबंधन कर लिया है, तो ऐसी आशंकाएं जताई जा रही हैं कि अखिलेश यादव को पूर्वी यूपी में नुकसान झेलनी पड़ सकती है। बता दें कि फूलपुर, मिर्जापुर और कौशांबी जैसी सीटों पर पल्लवी पटेल की अच्छी पकड़ मानी जाती है।