नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने बुधवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। रिपोर्ट्स के मुताबिक, शाह से मुलाकात के दौरान अब्दुल्ला ने जम्मू एवं कश्मीर से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की, जिनमें राज्य का दर्जा जल्द बहाल करने का मुद्दा भी शामिल था। पिछले हफ्ते सूबे के सीएम के तौर पर पदभार संभालने के बाद पहली बार दिल्ली पहुंचे अब्दुल्ला ने गृह मंत्री के साथ करीब 30 मिनट तक बैठक की। अब्दुल्ला ने बाद में कहा कि यह एक शिष्टाचार भेंट थी, जिस दौरान उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री को जम्मू-कश्नीर की स्थिति से अवगत कराया और राज्य का दर्जा बहाल करने के मुद्दे पर भी चर्चा की।
नरेंद्र मोदी से भी मिल सकते हैं अब्दुल्ला
बता दें कि जम्मू-कश्मीर के गांदरबल जिले के गंगनगीर इलाके में 3 दिन पहले हुए बड़े आतंकी हमले के बाद अब्दुल्ला दिल्ली पहुंचे। गांदरबल जिले में हुए आतंकी हमले में एक डॉक्टर समेत 7 लोगों की मौत हो गई थी। जम्मू-कश्मीर के वर्ष 2019 में केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद से पुलिस बल केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधिकार क्षेत्र में आता है। बताया जा रहा है कि दिल्ली में अपने प्रवास के दौरान उमर अब्दुल्ला कई केंद्रीय मंत्रियों से मुलाकात करेंगे और संभावना है कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मिल सकते हैं। मुख्यमंत्री बनने के बाद अब्दुल्ला ने केंद्र सरकार के साथ तालमेल बिठाकर सूबे का शासन चलाने के संकेत दिए थे।
उमर अब्दुल्ला ने छोड़ दी बडगाम सीट
विधानसभा चुनावों में अपनी पार्टी नेशनल कॉन्फ्रेंस को शानदार जीत दिलाने वाले अब्दुल्ला ने बडगाम सीट छोड़ दी है और वह गांदरबल निर्वाचन क्षेत्र से विधायक बने रहेंगे। बता दें कि अब्दुल्ला ने हाल में हुए विधानसभा चुनाव में दोनों सीट पर जीत हासिल की थी। गांदरबल सीट अब्दुल्ला परिवार का गढ़ मानी जाती है। अब्दुल्ला जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री के रूप में अपने पहले कार्यकाल के दौरान 2009 से 2014 तक गांदरबल से विधायक थे। इसके साथ ही 95 सदस्यों वाले सदन में NC के विधायकों की संख्या घटकर 41 रह गई है, हालांकि पार्टी को कांग्रेस के 6, 5 निर्दलीय और आम आदमी पार्टी तथा माकपा के एक-एक विधायक के समर्थन से अभी भी बहुमत प्राप्त है। (भाषा)