पटना: बिहार की राजधानी पटना में हुई विपक्ष के बड़े नेताओं के बाद हुई संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में विपक्षी दलों के अगले कदम के बारे में जानकारी दी गई। बिहार के मुख्यमंत्री और इस बैठक के मेजबान नीतीश कुमार ने कहा कि विपक्षी दलों के बीच 2024 के लोकसभा चुनाव को साथ मिलकर लड़ने को लेकर सहमति बन गई है। वहीं, समाजवादी पार्टी के सुप्रीमो अखिलेश यादव ने कहा कि पटना का यही संदेश है कि हम सब मिलकर काम करेंगे और मिलकर देश को बचाने का काम करेंगे।
‘इतने लोगों को इकट्ठा करना छोटी बात नहीं’
जम्मू एवं कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने कहा, ‘इतने लोगों को इकट्ठा करना छोटी बात नहीं है। हमारा मकसद ताकत हासिल करना नहीं है। यह उसूलों, विचारधारा, सोच, इरादों की लड़ाई है। मैं और महबूबा मुफ्ती इस मुल्क के ऐसे बदनसीब इलाके से ताल्लुक़ रखते हैं जहां लोकतंत्र का दिनदहाड़े कत्ल किया जा रहा है। वज़ीर-ए-आज़म को व्हाइट हाउस में लोकतंत्र की बात करते हुए अच्छा लगा लेकिन यह लोकतंत्र जम्मू-कश्मीर तक क्यों नहीं पहुंचता?’
‘तानाशाही लाने वालों के खिलाफ हम साथ रहेंगे’
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री एवं शिवसेना (यूबीटी) के नेता उद्धव ठाकरे ने बैठक के बाद हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में बीजेपी पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि बैठक की शुरुआत अच्छी रही है और प्रजातंत्र पर जो भी आघात करेगा हम सभी मिलकर उसका विरोध करेंगे। उद्धव ने कहा, ‘देश की एकता, अखंडता बनाए रखने के लिए हम एक साथ आए हैं। इसके आगे हमारे प्रजातंत्र पर आघात करेगा उसका हम सब मिलकर विरोध करेंगे। जो भी देश में तानाशाही लाना चाहेगा उसके ख़िलाफ़ हम एक साथ रहेंगे। शुरूआत अच्छी रही है।’
‘पूरे मुल्क में वही हो रहा जो हमारे साथ हुआ है’
जम्मू एवं कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री एवं पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बीजेपी और केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा। मुफ्ती ने कहा, ‘जो मुल्क के अंदर हो रहा है और हमारे लोकतंत्र, संविधान, सेक्युलरिज्म पर हमला हो रहा है उसका प्रयोगशाला हमारा जम्मू-कश्मीर बन चुका है। इसकी शुरूआत जम्मू-कश्मीर से हुई है और पूरे मुल्क में वही हो रहा है जो हमारे साथ हुआ है। हमने जिस महात्मा गांधी, नेहरू के मुल्क के साथ हाथ मिलाया है वही आइडिया ऑफ इंडिया है।’