Highlights
- नूपुर शर्मा के पक्ष में उतरे बीजेपी के कई सांसद
- विरोध के बहाने हुए हिंसा से साधु-संत समाज नराज
- विश्व हिंदू परिषद ने भी सड़कों पर हिंसक प्रदर्शन के खिलाफ
Nupur Sharma Controversy: भारतीय जनता पार्टी को लोग अमूमन हिंदुवादी राजनीतिक दल ही कहते हैं। हमेशा से यह माना जाता है कि बीजेपी की सरकार हिंदुत्व के मामले में शुरुआत से ही मुखर रही है। पार्टी का स्टैंड हमेशा हिंदुओं के पक्ष में ही रहा है और इसे कई बार बीजेपी ने सिद्ध कर के भी दिखाया है। पीछले दो बार से देश में सरकार भी हिंदुत्व के एजेंडे पर ही बनते आ रही है। वहीं नूपुर शर्मा के विवादित टिप्पणी पर उन्हें पार्टी से निष्कासित कर बीजेपी ने अपनी पार्टी की छवि को साफ बनाए रखने की कोशीश का दिखावा तो किया ही है लेकिन उन्हें जान से मारने की धमकियों के बाद भी पार्टी चुप्पी साधे रहेगी?
क्या नूपुर शर्मा को मिलेगा BJP का समर्थन
पैगंबर मोहम्मद पर टिप्पणी करने के बाद से बीजेपी नेता नूपुर शर्मा का विरोध बहुत जोरों पर है। इस विवादित टिप्पणी के बाद नूपुर शर्मा चौतरफा घिर गई थी। जहां उनके खिलाफ कई शहरों में दंगाईयों ने प्रदर्शन के नाम पर खूब उत्पात मचाया। अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर कई इस्लामिक देशों ने इस बयान की घोर निंदा की। वहीं बीजेपी पार्टी भी इस मुद्दे को लेकर चुप्पी साधे रही। नूपुर शर्मा को जान से मारने की धमकी जैसे मैसेज से पूरे सोशल मीडिया के पोस्ट भरे पड़े हुए हैं। ये धमकी भरे संदेश न सिर्फ भारत बल्कि विदेशों से भी मिल रहे हैं। ऐसे में वर्तमान समय में क्या भारत में अब नूपुर के खिलाफ प्रदर्शन उनके लिए ढाल का काम कर रही है? अभी तक जो हिंदूवादी नेता और संगठन इस मामले पर चुप थे वे अब नूपुर के समर्थन में उतरते दिख रहे हैं। बीजेपी के मुख्य सदस्यों के साथ-साथ साधु-संत भी अब नूपुर के पक्ष में लामबंद हो गए हैं।
साधु-संत, विश्व हिंदू परिषद नूपुर के पक्ष में उतरे
नूपुर शर्मा की विवादित टिप्पणी के बाद सिर काटने की मिल रही धमकियों पर विश्व हिंदु परिषद और पार्टी के कई सांसदों ने नाराजगी जताते हुए नूपुर शर्मा का समर्थन कर रहे हैं। आपको बते दें कि हरिद्वार में लगभग 200 से अधिक साधु संतों ने नूपुर शर्मा और भाजपा से निष्कासित नवीन जिंदल के पक्ष में खड़े हुए। देश में उस मुद्दे पर विरोध के बहाने हुए हिंसा से साधु-संत समाज नराज है। वहीं नुपूर के समर्थन में पड़ोसी देश नेपाल में लोग सड़कों पर उतरे। संतों का कहना है कि यदि इस टिप्पणी पर किसी को कोई आपत्ति थी, तो अदालतें फैसला करेंगी और हिंसा के जरिए सड़कों पर मामले का फैसला नहीं किया जा सकता है। विहिप के प्रवक्ता विनोद बंसल ने कहा कि भाजपा की ओर से नूपुर शर्मा और नवीन जिंदल को निलंबित करने के बाद जब कतर और कुवैत ने आपत्ति जताई उसके खिलाफ हमारी एकजुटता है।
नूपुर के पक्ष में उमा भारती और साध्वी प्रज्ञा
नूपुर को मिल रही जान से मारने की धमकियों पर उनके प्रति सहानुभूति जताते हुए उमा भारती और भोपाल सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर भी उनके समर्थन में उतर आई हैं। उमा भारती ने कहा कि उनके खिलाफ पार्टी द्वारा लिया गया निर्णय बिल्कुल सही है पर हम उन्हें इन भेड़ियों के हवाले नहीं कर सकते हैं। नूपुर को मिल रही जान से मारने की धमकियों पर मुस्लिम नेताओं को भी एकजुट होना चाहिए।
गंभीर बोले- तथाकथित धर्मनिरपेक्ष उदारवादी अब नहीं बोलेंगे
पूर्व क्रिकेटर और पूर्वी दिल्ली से बीजेपी सांसद गौतम गंभीर ने कहा कि नूपुर शर्मा ने माफी मांग ली है। इसके बाद भी उनके खिलाफ नफरत फैलाया जा रहा है। उन्हें जान से मारने की धमकी दी जा रही है। इतना सब कुछ होने के बाद भी तथाकथित धर्मनिरपेक्ष उदारवादियों ने चुप्पी साध रखी है। क्या वे बहरे हो गए हैं।