दिल्ली सरकार में मंत्री रह चुके और आम आदमी पार्टी को बाय कहने वाले राजकुमार आनंद ने रविवार को बसपा ज्वाइन कर लिया है। पहले से उनके भाजपा में जाने के कयास लगाए जा रहे थे लेकिन इस कयासबाजी पर आज विराम लग गया है और राज कुमार आनंद ने मायावती की पार्टी बसपा का दामन थाम लिया है। अब चर्चा है कि बसपा राजकुमार आनंद को नई दिल्ली लोकसभा सीट से अपना उम्मीदवार घोषित कर सकती है। हाल ही में केजरीवाल सरकार में मंत्री रहे राजकुमार ने आम आदमी पार्टी से इस्तीफा दिया था। उन्होंने अपने इस्तीफे में केजरीवाल सरकार पर एससी-एसटी के साथ भेदभाव करने का आरोप लगाया था।
राजनीति नहीं बदली, राजनेता बदल गए
दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री राजकुमार आनंद ने कुछ दिन पहले ही उपराज्यपाल वीके सक्सेना को अपना इस्तीफा सौपा था। अब उन्होंने बहुजन समाज पार्टी ज्वाइन कर ली है। बसपा ज्वाइन करने के बाद न्होंने कहा कि ,' आज मुझे एहसास हो रहा है कि ,' मैं अपनी पार्टी में आ गया हूं। उन्होंने बताया कि साल 1985 , 1988 से लेकर 1990 तक मेरी इसी जगह दुकान थी, जहां उस समय बहनजी और कांशीरामजी बैठकर हमें सिखाया करते थे। फिर जब केजरीवाल आये तो उन्होंने कहा कि ,' राजनीति बदलेगी तो देश बदलेगा। फिर हम बहनजी को छोड़कर उनके साथ चल दिए। राज कुमार आनंद ने आगे कहा कि ,' राजनीति नही बदली, लेकिन राजनेता बदल गए।
पटेल नगर से आप के विधायक थे राजकुमार
राजकुमार आनंद जब केजरीवाल की कैबिनेट में समाज कल्याण मंत्री का पदभार संभाल रहे थे, तब नवंबर 2023 में उनके घर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की रेड पड़ी थी। राज कुमार आनंद 2020 में आम आदमी पार्टी के टिकट पर पटेल नगर विधानसभा सीट पर जीत दर्ज की थी और विधायक निर्वाचित हुए थे। अचानक से राजकुमार आनंद के आप छोड़ने पर कई तरह की बातें कही जा रही थीं।