
नई दिल्ली: समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सदस्य रामजी लाल सुमन ने गुरुवार को कहा कि वह राणा सांगा पर अपनी टिप्पणी के लिए माफी नहीं मांगेंगे, क्योंकि इतिहास को नकारा नहीं जा सकता। सुमन ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को दिए इंटरव्यू में कहा कि उनके घर पर उनके परिवार को नुकसान पहुंचाने के इरादे से हमला किया गया। सपा नेता ने कहा कि उन्होंने इस घटना के बारे में राज्यसभा के सभापति को भी सूचित कर दिया है।
सपा सांसद का हाल ही में एक वीडियो सामने आया था, जिसमें वह कहते हुए सुनाई दे रहे हैं कि राणा सांगा एक ‘गद्दार’ था, जिसने इब्राहिम लोदी को हराने के लिए बाबर को बुलाया था। राणा सांगा या संग्राम सिंह प्रथम 1508 से 1528 तक मेवाड़ के शासक थे। सांसद ने गुरुवार को कहा, ‘‘मैं इस जन्म में माफी नहीं मांगूंगा, मुझे अगले जन्म का पता नहीं है।’’ सुमन ने यह टिप्पणी उनके आगरा स्थित घर पर करणी सेना के सदस्यों द्वारा किए गए हमले के एक दिन बाद की है।
सच स्वीकार करना सीखना होगा- सपा सांसद
सुमन ने कहा, ‘‘उन्हें सच स्वीकार करना सीखना होगा। बाबर को राणा सांगा ने इब्राहिम लोदी को हराने के लिए आमंत्रित किया था। उन्हें यह गलतफहमी थी कि बाबर एक लुटेरा है और वह वापस चला जाएगा तथा हम शासन करेंगे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘यह समझौता हुआ था कि राणा सांगा आगरा पर हमला करेंगे। जब उनका समझौता टूट गया, तो फतेहपुर सीकरी में उनका युद्ध हुआ, राणा सांगा ने बहादुरी से लड़ाई लड़ी, लेकिन हार गए। यह इतिहास है, इसे कौन नकार सकता है?’’
रामजी लाल सुमन के घर बुलडोजर लेकर आई करणी सेना
करणी सेना के प्रमुख सूरज पाल सिंह अमू ने कहा कि सपा सांसद की इस टिप्पणी से मुगलों को हराने वाले नायक का अपमान हुआ है। उन्होंने सुमन और सपा प्रमुख अखिलेश यादव से माफी मांगने की मांग की। राजपूत गौरव की वकालत करने वाले जाति आधारित समूह करणी सेना के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने बुधवार को आगरा में हरि पर्वत चौराहे के नजदीक स्थित सांसद के आवास में तोड़फोड़ की। उनके घर के बाहर खड़ी कई कार को क्षतिग्रस्त कर दिया गया, कुर्सियां और घर की खिड़कियों के शीशे तोड़ दिये गए। वीडियो में कुछ पुलिसकर्मी भीड़ से भिड़ते हुए दिखाई दे रहे हैं, जबकि भीड़ इस पॉश इलाके में उत्पात मचा रही है। इस दौरान एक पुलिसकर्मी घायल हो गया।
राज्यसभा के सभापति से मिले रामजी लाल सुमन
सुमन ने यह भी कहा कि हमलावरों का इरादा उनके परिवार को नुकसान पहुंचाना था। उन्होंने कहा, ‘‘मैंने राज्यसभा के सभापति से मुलाकात की और उन्हें स्थिति से अवगत कराया। मैंने उन्हें बताया कि 22 मार्च से सोशल मीडिया के जरिए धमकियां दी जा रही थीं और कल वे बुलडोजर लेकर मेरे घर आ गए।’’ सपा सांसद ने कहा, ‘‘यह जानलेवा हमला था, उन्होंने सभी शीशे तोड़ दिए, कॉलोनी में कारें नष्ट कर दी गईं... उनका इरादा मेरे परिवार को बर्बाद करना था।’’
आगरा पुलिस ने सांसद के आवास पर हमले के एक दिन बाद गुरुवार को ‘अज्ञात भीड़’ के खिलाफ FIR दर्ज की। यह घटना उस दिन हुई जब मुख्यमंत्री आदित्यनाथ एक सार्वजनिक कार्यक्रम के लिए आगरा में ही थे। (भाषा इनपुट्स के साथ)
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