बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को वाराणसी में रैली के लिए अनुमति न मिलने के बाद जेडीयू और भाजपा एक बार फिर से आमने-सामने आ गए हैं। जेडीयू के नेताओं ने इसे योगी सरकार की तानाशाही कहा है तो वहीं, भाजपा की ओर से भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मानसिक हालत पर ही सवाल उठा दिया गया है। पूरे मामले में केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने जेडीयू और सीएम नीतीश कुमार पर तीखा पलटवार किया है।
नीतीश को पीएम बनने की उम्मीद- अश्विनी चौबे
वाराणसी में बिहार के सीएम नीतीश कुमार की रैली रद्द करने के लिए जेडीयू द्वारा यूपी सरकार को जिम्मेदार ठहराने पर केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे तीखा पलटवार किया है। अश्विनी चौबे ने कहा- "नीतीश की बात सुनने कौन आएगा? उन्हें नहीं पता कि वह क्या कहना चाहते हैं। उन्होंने विधानसभा में अनुचित बयान दिया और वह वाराणसी में एक रैली करना चाहते हैं। उन्हें पीएम बनने की बहुत उम्मीदें हैं। बता दें कि नीतीश कुमार ने बिहार विधानसभा में जनसंख्या नियंत्रण का हवाला देते हुए आपत्तिजनक बाते कही थीं। इसके बाद उन्हें इस मुद्दे पर माफी भी मांगनी पड़ी थी।
नीतीश अपना होश खो चुके- अश्विनी चौबे
अश्विनी चौबे ने बिहार के सीएम नीतीश कुमार की मनोस्थिति पर भी सवाल उठा दिया। उन्होंने कहा- "हर कोई जानता है कि नीतीश अपना होश खो चुके हैं। उन्हें मनोवैज्ञानिक उपचार की जरूरत है और उन्हें बिहार को छोड़ देना चाहिए। राज्य फिर से 'जंगल-राज' की ओर बढ़ रहे हैं। हर दिन अपराध हो रहा है। आज कोर्ट के अंदर एक घटना हुई। उन्हें रिटायर हो जाना चाहिए, नहीं तो वे ऐसे बयान देते रहेंगे और बिहार को शर्मसार करते रहेंगे।"
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