नई दिल्ली: 2024 लोकसभा चुनावों की रणनीति पर मंथन के लिए एनडीए की बैठक को संबोथित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि एनडीए एक पॉजिटिव फोर्स है। नई दिल्ली स्थित अशोका होटल में पीएम मोदी की अध्यक्षता में एनडीए की बैठक हो रही है। पीएम मोदी के अशोका होटल पहुंचने पर एनडीए के नेताओं ने उनका भव्य स्वागत किया।
पीएम मोदी ने कहा-' एनडीए के 25 वर्षों की यात्रा के साथ एक और सुखद संयोग जुड़ा। देश आनेवाले 25 वर्षों में एक बड़े लक्ष्य के लिए कदम बढ़ा रहा है। लक्ष्य विकसित और आत्मनिर्भर भारत का है। कोटि-कोटि भारतीय नए संकल्प की ऊर्जा से भरे हुए हैं। इसमें एनडीए की बड़ी भूमिका है। एनडीए की भूमिका इसकी त्रिशक्ति है। भारत के विकास के लिए एनडीए को एक पॉजिटिव फोर्स के रूप में देखना चाहिए। हमारा एजेंडा, हमारी भावना और हमारा रास्ता पॉजिटिव है। सरकारें बहुमत से बनती हैं लेकिन देश सबके प्रयास से चलता है।'
एनडीए का उद्देश्य सरकार बनाना या सत्ता हासिल करना नहीं -मोदी
उन्होंने कहा-' जो गठबंधन निगेटिविटी के साथ बने वे कभी सफल नहीं बने। कांग्रेस ने 90 के दशक में गठबंधन का इस्तेमाल किया देश में अस्थिरता लाने के लिए। इसी दौर में एनडीए बना। लेकिन एनडीए का उद्देश्य सरकार बनाना या सत्ता हासिल करना नहीं था। एनडीए किसी के विरोध में नहीं बना, किसी को सत्ता से हटाने के लिए नहीं बना। देश में स्थिर सरकार होती है तो देश वो फैसले करता है जो कालजयी होते हैं। अटलजी के सरकार में भी देखा और पिछले 9 साल में भी देख रहे हैं।'
एनडीए का मतलब समझाया
पीएम मोदी ने अपने भाषण में एनडीए का मतलब भी समझाया। उन्होंने कहा-' NDA का मतलब है N-न्यू इंडिया, D- विकसित राष्ट्र, A- लोगों की आकांक्षा। आज युवा, महिलाएं, मध्यम वर्ग, दलित और वंचितों को NDA पर भरोसा है।
हमने सकारात्मक राजनीति की
पीएम ने कहा-'हम जब विपक्ष में थे तब भी हमने सकारात्मक राजनीति की, हमने कभी नकारात्मक राजनीति नहीं की। हमने विपक्ष में रहकर सरकारों का विरोध किया, उनके घोटालों को सामने लाए लेकिन जनादेश का अपमान नहीं किया और न ही विदेशी ताकतों की मदद मांगी। जब गठबंधन सत्ता की मजबूरी से होता है, जब गठबंधन भ्रष्टाचार के इरादे से हो, जब गठबंधन परिवारवाद की नीति पर आधारित हो, जब गठबंधन जातिवाद और क्षेत्रवाद को ध्यान में रखकर किया जाता है तो वह गठबंधन देश को बहुत नुकसान पहुंचाता है।'
विकास भी कर रहे हैं और विरासत को भी संभाल रहे हैं
पीएम मोदी ने कहा-'हम आनेवाली पीढ़ियों के भविष्य भी सुरक्षित बना रहे हैं। हम विकास भी कर रहे हैं और विरासत को भी संभाल रहे हैं.. हमारी नीति स्पष्ट है. नीयत साफ है।पहले सत्ता के गलियारों में जो बिचौलिए घूमते थे उसे बाहर कर दिया है। जनधन, आधार, मोबाइल से फर्जी लाभार्थियों को गरीबों का हक छीनने से रोका है। 10 करोड़ ऐसे फर्जी लाभार्थी थे जिनका जन्म ही नहीं हुआ था। 9 साल में हमने 30 लाख करोड़ रुपये सीधे लाभार्थियों के बैंक खाते में पहुंचे। गरीबों का 3 लाख करोड़ रुपया गलत हाथों में जाने से बचाया है।'
पीएम मोदी ने कहा-'देश को दलों के हित से ऊपर रखा। राजनीतिक सौहार्द्र और शालीनता को बनाए रखा। एनडीए सरकार ने प्रणब दा को भारत रत्न दिया। मुलायम सिंह यादव, शरद पवार जैसे अनेक नेताओं को राजनीतिक दृष्टि से हमारे खिलाफ हैं, हमने पद्म सम्मान दिया।'
ये गलबहियां नहीं मजबूरियां हैं
पीएम मोदी ने विपक्षी मोर्चे की एकजुटता पर तंज कसते हुए कहा कि आप जो तस्वीरों में विपक्षी नेताओं की गलबहियां देख रहे हैं, दरअसल वो गलबहियां नहीं बल्कि मजबूरियां हैं। 'ये पास-पास आ सकते हैं लेकिन साथ नहीं आ सकते। जीवन भर जिसका विरोध किया अब उसका सत्कार करने लगे। उनका कार्यकर्ता खुद भ्रमित है। ये लोग मोदी के लिए सोचने में समय लगा रहे हैं अच्छ होता वे देश के लिए सोचने में समय लगा रहे होते।
देश तीसरी बार एनडीए को सत्ता में लाने का मन बना चुका है
देश के लोग मन बना चुके हैं कि तीसरी बार फिर एनडीए को ही अवसर देना है। देश का मन आप जानते हैं। विदेश का मन भी बहुत कुछ संकेत दे रहा है। भारत में जनमत किसके साथ है ये दुनिया को भी पता है। देश की जनता को आप सबके नेतृत्व पर भरोसा है।एनडीए का वोट प्रतिशत 50 से ज्यादा जानेवाला है। जनता एनडीए की हिस्ट्री और कमेस्ट्री सब देख रही है। हमें विकास के मुद्दे पर जनता के पास जाना है।
बैठक से पहले पीएम मोदी का ट्वीट
इस बैठक से पहले पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा कि यह बेहद खुशी की बात है कि देश से हमारे एनडीए के साथी आज दिल्ली में बैठक में भाग लेंगे। यह एक टाइम टेस्टेड गठबंधन है जो देश की प्रगति और क्षेत्रीय आकांक्षाओं को पूरा करना चाहता है।
बैठक में 38 दल शामिल
यह बैठक पीएम मोदी की अध्यक्षता में हो रही है। बैठक में अजित पवार, एकनाथ शिंदे, जीतनराम मांझी, उपेंद्र कुशवाहा, चिराग पासवान समेत 38 दलों के नेता शामिल हो रहे हैं।
एनडीए के पास मौजूदा लोकसभा में 350 से ज्यादा सांसद हैं जबकि विपक्षी पार्टियों में शामिल दलों के पास कुल 150 सांसद हैं। विपक्षी मोर्चे के 50 फीसदी से ज्यादा पार्टियों के लोकसभा में एक भी एमपी नहीं हैं। वहीं एनडीए में शामिल 65 फीसदी दलों के पास लोकसभा की एक भी सीट नहीं है।
एनडीए में शामिल दल
बीजेपी, शिवसेना (शिंदे गुट), एनसीपी (अजित पवार), हम, रालोसपा, सुभासपा, एआईएडीएमके, राष्ट्रीय लोकजनशक्ति पार्टी (पारस और रामविलास पासवाल गुट) अपना दल (सोनेलाल), एनपीपी, एनडीपीपी, एसकेएम, आईेमकेएमके, आजसू, एनएनएफ, एनपीएफ, आरपीआई, जेजेपी, आईपीएफटी (त्रिपुरा), बीपीपी, पीएमके, एमजीपी, एजीपी, निषाद पार्टी, यूपीपीएल, एआईआरएनसी, टीएमसी (तमिल मनीला कांग्रेस), शिरोमणि अकाली दल संयुक्त, जनसेना, बीडीजेएस (केरल), केरल कांग्रेस (थॉमस), गोरखा नेशनल लिबरेशन फ्रंट, जनातिपथ्य राष्ट्रीय सभा, यूडीपी, एचएसडीपी, प्रहार जनशक्ति पार्टी, जन सुराज पार्टी।