कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा है कि यह सरकार गलती से बनी है और ज्यादा दिन नहीं चलेगी। खरगे ने कहा कि वह कुछ नया नहीं कह रहे हैं। वह बस पीएम मोदी की बातें दोहरा रहे हैं। पीएम मोदी खुद इसे खिचड़ी सरकार कह चुके हैं। अगर स्पष्ट बहुमत नहीं होता है तो सरकार कोई भी फैसला लेने की स्थिति में नहीं होती है।
2024 लोकसभा चुनाव में किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत (272 सीट) नहीं मिला है और एनडीए गठबंधन ने सरकार बनाई है। भारतीय जनता पार्टी की अगुआई वाले एनडीए गठबंधन में नीतीश कुमार की जनता दल यूनाइटेड और चंद्रबाबू नायुडू की तेलगू देसम पार्टी का समर्थन बेहद अहम है। हालांकि, एनडीए गठबंधन के नेता साफ कर चुके हैं कि वह मजबूती के साथ पीएम मोदी के साथ खड़े हैं और यह सरकार जनता से किए हुए सभी वादे पूरे करेगी। देश को विकसित भारत की दिशा में आगे ले जाएगी।
क्या है गठबंधन का गणित?
एनडीए गठबंधन में बीजेपी 240 सीट के साथ सबसे बड़ी पार्टी है। टीडीपी 16 सीट के साथ दूसरी बड़ी पार्टी है। जेडीयू के पास 13 सांसद हैं और चिराग पासवान की एलजेपी (रामविलास) के पास पांच सांसद हैं। शिवसेना (एकनाथ शिंदे गुट) और अन्य क्षेत्रीय दलों के समर्थन से एनडीए के पास कुल 293 सांसद हैं। कुल मिलाकर टीडीपी और जेडीयू किंगमेकर की भूमिका में हैं और इन दोनों दलों के समर्थन वापस लेने पर एनडीए सरकार गिरने का खतरा रहेगा। हालांकि, दोनों ही दलों के बड़े नेताओं को पीएम मोदी पर पूरा भरोसा है और दोनों नेता साफ कर चुके हैं कि वह मौजूदा सरकार और एनडीए गठबंधन के साथ मजबूती से खड़े हैं।
विपक्षी गठबंधन की स्थिति
लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस की अगुआई में विपक्षी दलों ने इंडिया गठबंधन बनाया था। इस गठबंधन के पास कुल 231 सीट हैं। कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी है। इसके अलावा समाजवादी पार्टी और तृणमूल कांग्रेस भी इस गठबंधन का हिस्सा है। आरजेडी और डीएमके जैसे दल भी कांग्रेस के साथ हैं। कई अन्य छोटे दल भी कांग्रेस के साथ हैं।