मुंबई: दिग्गज नेता शरद पवार अब 2024 तक राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के अध्यक्ष बने रहेंगे। एनसीपी की कार्य समिति की आज बैठक हुई जिसमें शरद पवार का इस्तीफा सर्वसम्मति से नामंजूर किया। बैठक में कमेटी ने शरद पवार से पार्टी का नेतृत्व जारी रखने का अनुरोध करते हुए एक प्रस्ताव पारित किया। इस दौरान दफ्तर के बाहर पवार के समर्थकों ने जमकर नारेबाजी की। बैठक के बाद एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस फैसले के बारे में जानकारी दी।
प्रफुल्ल पटेल ने क्या कहा?
- शरद पवार ने उनकी जीवनी पर बनी पुस्तक विमोचन के समय कहा था कि वह राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे रहे हैं।
- नए अध्यक्ष चुनने के लिए शरद पवार ने एक कमिटी के गठन किया था, जिस कमिटी में मैं भी हूं,जैसे ही पवार साहब ने इस्तीफे के बात की हम सब स्तब्ध रह गए।
- कई पक्षों में राजनेताओं ने मुलाकात की और कई लोगों ने पवार साहब से बात की और कहा की जिस तरह के हालात देश मे हैं,ऐसे माहौल में पूरे देश की नजर आपपर है, आपकी बहुत जरूरत है देश को, आपको इस्तीफा वापस लेना चाहिए।
- उस दिन भी वहां सभी ने अपनी भावना रखी, उस कायर्क्रम के बाद कई वरिष्ठ नेताओं ने पवार साहब से मिलकर लगातार विनती की कि आज देश को और पार्टी को आप की जरूरत है।
- शरद पवार एक अनुभवी नेता है और यह देश मे सभी जगह दिखाई दे रहा है। पंजाब हम गए थे उस दौरान कई लोगों ने कहा कि पंजाब यह नही भूल सकता है जो आपने किसानों के लिए किया है ऐसे कई जगहों पर होता है।
नरम पड़ा था शरद पवार का रुख
बता दें कि शरद पवार के NCP के अध्यक्ष पद से इस्तीफे के ऐलान के बाद से ही पार्टी के कार्यकर्ता उनसे ये फैसला वापस लेने की लगातार मांग कर रहे थे। इसी कड़ी में शरद पवार गुरुवार के दिन आंदोलन कर रहे कार्यकर्ताओं के बीच बात करने पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने कहा था कि मैं आप सभी की इच्छा को नजरअंदाज नहीं करूंगा और उसी के मुताबिक फैसला लूंगा। इस्तीफा देने के बाद शरद पवार के सुर बदले बदले नजर आ रहे थे।
टूट सकती थी पार्टी
एक वरिष्ठ नेता ने बताया था कि अब जबकि अगले साल 2024 में लोकसभा का चुनाव और ठीक 6 महीने बाद विधानसभा के चुनाव होने हैं ऐसे में उनका राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से हट जाना उचित कदम नहीं होगा। उन्होंने बताया था कि यह पार्टी के भविष्य के लिए सही नहीं होगा। अगर वो अपने निर्णय पर कायम रहते है तो फिर कई लोग पार्टी छोड़ सकते हैं।