Highlights
- ED अब खुद को शर्मिंदगी से बचाने के लिए इस तरह की कर रही है कार्रवाई-गहलोत
- नए अधिकारियों पर दबाव डाला और बदले की भावना के तहत की कार्रवाई-गहलोत
National Herald Case ED Raids : राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा नेशनल हेराल्ड (National Herald ) अखबार के मुख्यालय सहित अन्य परिसरों पर मंगलवार को की गई छापेमारी की आलोचना करते हुए इसे केंद्र सरकार की बौखलाहट का प्रतीक बताया। गहलोत ने कहा कि केंद्र सरकार ईडी के माध्यम से कांग्रेस को बदनाम करने का चाहे कितना भी प्रयास कर ले, लेकिन अंत में जीत सच्चाई की होगी।
धन का कोई लेन-देन नहीं-गहलोत
अशोक गहलोत ने मंगलवार को ट्वीट किया, ‘ईडी द्वारा हेराल्ड हाउस पर छापेमारी केंद्र सरकार की बौखलाहट का प्रतीक है। (कांग्रेस नेता) सोनिया गांधी एवं राहुल गांधी को पूछताछ के नाम पर प्रताड़ित करने के बाद ईडी अब स्वयं को शर्मिंदगी से बचाने के लिए इस तरह की कार्रवाई कर रही है।’ गहलोत ने लिखा, ‘इस पूरे मामले में धन का कोई लेन-देन ही नहीं हुआ, तो मनी लॉन्ड्रिंग कैसे हो सकता है। ईडी ने जुलाई, 2015 में इस मामले को बंद कर दिया था परन्तु केंद्र सरकार ने उस समय के जांच अधिकारी का तबादला कर नए अधिकारियों पर दबाव डाला और बदले की भावना के तहत कार्रवाई शुरू की।’
सच्चाई की जीत होगी-गहलोत
उन्होंने कहा, ‘ईडी के माध्यम से केंद्र सरकार कांग्रेस को बदनाम करने का चाहे कितना भी प्रयास कर ले, अंत में जीत सच्चाई की ही होगी।’’ उल्लेखनीय है कि निदेशालय ने धन शोधन मामले की जांच के तहत कांग्रेस के स्वामित्व वाले ‘नेशनल हेराल्ड’ समाचार पत्र के मुख्यालय ‘हेराल्ड हाउस’ सहित नयी दिल्ली में 12 स्थानों पर मंगलवार को छापे मारे।
हमें चुप नहीं करा सकते-जयराम रमेश
पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने ट्वीट किया, ‘हेराल्ड हाउस पर छापेमारी भारत के मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस पर लगातार हो रहे हमले का हिस्सा है। हम उन सभी लोगों के खिलाफ की जा रही प्रतिशोध की राजनीति की कड़ी निंदा करते हैं जो मोदी सरकार के खिलाफ बोलते हैं। आप हमें चुप नहीं करा सकते।’ ED ने मनी लॉन्ड्रिंग की जांच के तहत कांग्रेस के स्वामित्व वाले ‘नेशनल हेराल्ड’ समाचार पत्र के मुख्यालय सहित यहां 12 स्थानों पर मंगलवार को छापा मारा। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि मनी लॉन्ड्रिंग अधिनियम (पीएमएलए) की आपराधिक धाराओं के तहत छापे मारे जा रहे हैं, ताकि यह पता लगाने के लिये अतिरिक्त सबूत एकत्र किए जा सकें कि धन का लेन-देन किसके बीच हुआ। ईडी ने इस मामले में हाल में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उनके बेटे राहुल गांधी तथा कांग्रेस के कुछ अन्य नेताओं से पूछताछ की थी।
इनपुट-भाषा