नई दिल्ली। 22 जनवरी को होने वाले रामलला के प्राण प्रतिष्ठा को लेकर देश भर से अयोध्या में गिफ्ट भेजा जा रहा है। इसी कड़ी में मुस्लिम राष्ट्रीय मंच ने रामलला के लिए कश्मीरी केसर देने का फैसला किया है। मुस्लिम राष्ट्रीय मंच ने बुधवार को विश्व हिंदू परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष आलोक कुमार को कश्मीरी केसर भेंट किया। इस दौरान वीएचपी अध्यक्ष ने मुस्लिम राष्ट्रीय मंच द्वारा की गई सराहनीय पहल का स्वागत करते हुए कहा कि सभी के लिए राम लला के दरवाजे खुले हैं। आलोक कुमार ने जम्मू-कश्मीर को भारत का मुकुट रत्न बताते हुए हिंदू-मुस्लिम एकता के महत्व पर विस्तार से प्रकाश डाला।
मुस्लिम राष्ट्रीय मंच ने कही ये बात
मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी शाहिद सईद ने कहा कि यह भाव प्रतीकात्मकता से परे है, जो कश्मीरी संस्कृति की समृद्धि और विविध समुदायों को जोड़ने वाली साझा विरासत का प्रतीक है। मुस्लिम राष्ट्रीय मंच की ओर से महिला विंग की प्रमुख शालिनी अली ने इस बात पर जोर दिया कि राम हमारे पूर्वज हैं और हमें अपने देश की समृद्ध संस्कृति और सभ्यता को दर्शाते हुए अपने पूर्वजों से आशीर्वाद लेना चाहिए। कश्मीर के मुसलमानों का मानना था कि अपने रंग और सुगंध के लिए चुना गया केसर, राम की प्राण प्रतिष्ठा के लिए सबसे उपयुक्त उपहार है।
आपसी सद्भाव बढ़ेगा
सभी योगदानकर्ताओं के प्रति आभार व्यक्त करते हुए पॉजिटिव कश्मीर और मुस्लिम राष्ट्रीय मंच ने आशा व्यक्त की है कि यह सहयोगात्मक प्रयास प्रभाव पैदा करेगा। साथ ही इस तरह की पहल को प्रेरित करेगा जो आस्था और विश्वास के साथ एकता के पुलों का निर्माण करेगा और समुदायों के बीच समझ को बढ़ावा देगा।