Highlights
- राहुल गांधी ने एक ट्वीट में कहा मुझे यह जानकर काफी राहत मिली है कि मिराम तारोन को चीन ने लौटा दिया है।
- राहुल ने सवाल पूछा कि प्रधानमंत्री जी चीन ने जो हमारी जमीन अवैध रूप से कब्जा रखी है, वह हमें कब वापिस मिलेगी।
- कांग्रेस ने पहले आरोप लगाया था कि चीन ने भारतीय क्षेत्र के अंदर गांवों का निर्माण किया है।
नई दिल्ली: अरूणाचल प्रदेश के लापता किशोर को चीनी सेना की ओर से भारत को सौंपे जाने के बाद कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने केंद्र सरकार से चीन के अवैध कब्जे वाली जमीन के बारे में सवाल पूछा है। राहुल गांधी ने शुक्रवार को हिन्दी में एक ट्वीट में कहा मुझे यह जानकर काफी राहत मिली है कि मिराम तारोन को चीन ने लौटा दिया है लेकिन प्रधानमंत्री जी चीन ने जो हमारी जमीन अवैध रूप से कब्जा रखी है, वह हमें कब वापिस मिलेगी।
वास्तविक नियंत्रण रेखा और उत्तर पूर्व में चीनी कब्जे के खिलाफ अपना विरोध जताते हुए कांग्रेस ने पहले आरोप लगाया था कि चीन ने भारतीय क्षेत्र के अंदर गांवों का निर्माण किया है। पार्टी ने कहा था कि नए उपग्रह चित्र, पिछले एक साल में भूटानी क्षेत्र में चीनी गांवों के कथित निर्माण को दिखाते हैं। ये नए गांव लगभग 100 वर्ग किमी (25,000 एकड़) के क्षेत्र में फैले है और इनका निर्माण मई 2020 और नवंबर 2021 के बीच किया गया था।
ये नए गांव डोकलाम पठार के पास स्थित हैं जहां 2017 में भारत और चीन का आमना-सामना हुआ था। जिसके बाद चीन ने इस क्षेत्र में भारतीय सुरक्षा को दरकिनार करते हुए सड़क निर्माण गतिविधियों को फिर से शुरू कर दिया था। पार्टी ने कहा कि भूटान की धरती पर नया निर्माण भारत के लिए विशेष रूप से चिंताजनक है क्योंकि भारत ने ऐतिहासिक रूप से भूटान को उसकी विदेश संबंध नीति पर सलाह दी है और उसके सशस्त्र बलों को प्रशिक्षित कर रहा है।
गौरतलब है कि चीनी सेना ने गुरुवार को अरुणाचल प्रदेश के अंजाव जिले में सीमा कर्मचारी बैठक बिंदु दमाई में तारोन को सौंप दिया था। ऊपरी सियांग जिले के जिदो गांव का निवासी तारोन 18 जनवरी से भारतीय क्षेत्र के बिशिंग क्षेत्र के शियुंग ला से शिकार के दौरान लापता हो गया था। (भाषा)