पटना: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी की समधन और विधायक ज्योति मांझी ने नीतीश यादव के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के पीछे की पूरी कहानी बताई है। ज्योति मांझी ने कहा कि नीतीश कुमार ने इस्तीफा देने का कारण बताते हुए कहा था कि ‘मोदी एयरपोर्ट आएं और हम उनके स्वागत में गुलदस्ता लेकर खड़े रहें, यह अपमान हमसे सहन नहीं होगा।’ बता दें कि नीतीश गुरुवार को बिहार विधानसभा में अपने पूर्व सहयोगी जीतन राम मांझी पर जमकर बरसे थे और कहा था कि उनकी ‘मूर्खता’ के कारण वह सूबे के मुख्यमंत्री बन पाए थे।
‘तो क्या गुलदस्ता लेकर आगे-पीछे घूमता रहूंगा’
ज्योति मांझी ने कहा, 'हम उस समय 2010-15 में विधायक थे। उस समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार में कहासुनी चल रही थी। बीजेपी की जब ज्यादा सीट आई तो नीतीश ने हम लोगों की एक बैठक बुलाई, और देखने लगे कि किसे मुख्यमंत्री बनाएं। हम कुछ महिलाएं गईं मिलने के लिए उनसे और कहा कि सर आप इस्तीफा क्यों दे रहे हैं, मत दीजिए। तो उन्होंने कहा, बताइए जब नरेंद्र मोदी एयरपोर्ट पर आएंगे तो क्या मैं गुलदस्ता लेकर उनके आगे-पीछे घूमता रहूंगा? यह हमसे कभी नहीं होगा। मोदी के आने पर हम गुलदस्ता लेकर खड़े रहें, यह अपमान हमसे सहन नहीं होगा।'
विधानसभा में मांझी को लेकर क्या बोले थे नीतीश?
मांझी द्वारा सदन में राज्य सरकार के जाति सर्वेक्षण पर संदेह व्यक्त करने पर नीतीश अपनी सीट से खड़े हुए और कहा,‘ये बोलता है कि हम मुख्यमंत्री थे। मेरी मूर्खता की वजह से यह मुख्यमंत्री बने। इसे कोई समझ है?’ वहीं, नीतीश के बयान से नाराज मांझी ने कहा, ‘मैं नीतीश के खिलाफ राज्यपाल और केंद्रीय गृह मंत्री से शिकायत करूंगा। मैं उन्हें बर्खास्त करने और राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग करूंगा। अभी कुछ दिन पहले ही उन्होंने महिलाओं के बारे में अपनी टिप्पणी से राज्य को शर्मसार किया। अब उनकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं है और उन्हें इतना महत्वपूर्ण पद नहीं सौंपा जा सकता है।’