Highlights
- देश के संविधान को खत्म कर बीजेपी मजहबी मुल्क बनाएगी-महबूबा
- तिरंगे की जगह भगवा झंडा लाएगी बीजेपी-महबूबा
Mehbooba Mufti : जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटने के तीन साल के मौके पर पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती ने कहा कि बीजेपी आनेवाले समय में इस देश का संविधान खत्म कर देगी और तिरंगे की जगह भगवा झंडा लगा देगी। उन्होंने जम्मू-कश्मीर में फिर से स्पेशल स्टेटस को बहाल करने और जम्मू-कश्मीर का झंडा वापस पाने का संकल्प लिया।
संविधान को खत्म कर बीजेपी मजहबी मुल्क बनाएगी-महबूबा
महबूबा मुफ्ती ने कहा-' BJP आने वाले समय में इस देश के संविधान को भी खत्म कर देगी और एक मज़हबी मुल्क बनाएगी। जो तिरंगा आप शान से फहरा रहे हैं उसको बदलकर भगवा झंडा लाएगी। वे उसी तरह से इस मुल्क के संविधान और तिरंगे को बदलेंगे जिस तरह से जम्मू-कश्मीर का संविधान और झंडा छीना था।'
महबूबा ने ट्विटर अकाउंट पर डीपी चेंज किया
इससे पहले बुधवार को महबूबा मुफ्ती ने अपने ट्विटर अकाउंट पर एक डिस्प्ले पिक्चर (डीपी) लगाई, जिसमें उनके पिता मुफ्ती मोहम्मद सईद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी साथ बैठे दिख रहे हैं और उनके सामने राष्ट्र ध्वज तथा अब अमान्य हो चुका जम्मू-कश्मीर का झंडा दिख रहा है । प्रधानमंत्री मोदी ने रविवार को प्रसारित अपने 'मन की बात' कार्यक्रम में कहा था कि 'आजादी का अमृत महोत्सव' जन आंदोलन का रूप ले चुका है। उन्होंने लोगों से दो से 15 अगस्त तक अपने सोशल मीडिया अकाउंट की डीपी पर तिरंगा लगाने का अनुरोध किया था।
झंडे को सामूहिक चेतना से नहीं मिटाया जा सकता-महबूबा
महबूबा ने नयी डीपी लगाते हुए कहा कि जम्मू-कश्मीर से उसका झंडा भले ही 'छीन' लिया गया हो, लेकिन इसे लोगों की सामूहिक चेतना से नहीं मिटाया जा सकता। महबूबा के ट्विटर अकाउंट पर लगी तस्वीर नवंबर 2015 में हुई एक रैली की है, जिसे प्रधानमंत्री ने अपनी यात्रा के दौरान संबोधित किया था। उस समय मुफ्ती मोहम्मद सईद तत्कालीन राज्य जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री थे।
झंडा खुशी और गर्व का प्रतीक-महबूबा
महबूबा ने ट्वीट किया, 'मैंने अपनी डीपी बदल डाली, क्योंकि झंडा खुशी और गर्व का प्रतीक है। हमारे राज्य के ध्वज को भारतीय ध्वज से जोड़ा गया था, जिसमें कोई बदलाव नहीं किया जा सकता। इस जुड़ाव को खत्म करके इसे छीन लिया गया। आपने भले ही हमसे हमारा झंडा छीन लिया हो, लेकिन इसे हमारी सामूहिक चेतना से नहीं मिटाया जा सकता।' गौरतलब है कि पांच अगस्त 2019 को संविधान के अनुच्छेद 370 को निरस्त करके जम्मू-कश्मीर से विशेष दर्जा वापस ले लिया गया था। जिसके बाद जम्मू-कश्मीर का झंडा अमान्य हो गया था।