लोकसभा चुनाव के लिए मायावती की पार्टी बसपा ने भारत राष्ट्र समिति (BRS) के साथ गठबंधन कर लिया है। बसपा के तेलंगाना के प्रदेश अध्यक्ष आरएस प्रवीण कुमार के साथ प्रेस कांफ्रेंस कर पूर्व सीएम केसीआर ने कहा कि हमने तय किया है कि अगला संसदीय चुनाव बीआरएस और बीएसपी साथ मिलकर लड़ेंगे। हमने कई पहलुओं पर साथ मिलकर काम किया है। हम कल तय करेंगे कि कितनी सीटों पर चुनाव लड़ना है। अभी तक मायावती से बात नहीं हुई है। अभी सिर्फ आरएस प्रवीण कुमार से बात हुई है।
दोस्ती तेलंगाना को बदल देगीः बसपा
तेलंगाना के बसपा प्रदेश अध्यक्ष आरएस प्रवीण ने कहा कि देश में संविधान को ख़त्म करने की साजिश हो रही है। देश में कांग्रेस और बीजेपी दोनों को एक साथ रोकने की जरूरत है। हमारी दोस्ती तेलंगाना को पूरी तरह से बदल देगी। उन्होंने कहा कि केसीआर से मिलकर अच्छा लगा। हम लोग एक साथ लोकसभा चुनाव में जा रहे हैं।
तेलंगाना में होगा त्रिकोणीय मुकाबला
बता दें कि केसीआर की पार्टी बीआरएस विपक्ष के इंडिया गठबंधन का हिस्सा नहीं थी। बीएसपी के साथ गठबंधन की घोषणा के बाद लोकसभा चुनाव में तेलंगाना में त्रिकोणीय मुकाबला होने की संभावना बढ़ गई है। चुनाव में सत्तारूढ़ कांग्रेस का मुकाबला बीजेपी और बीआरएस-बीएसपी गठबंधन से होगा। वहीं, ूबसपा का पंजाब में शिरोमणि अकाली दल के साथ गठबंधन है। फिलहाल अभी यह साफ नहीं है कि यूपी में भी बसपा और बीआरएस एक साथ लड़ेंगे या बसपा अकेले अपने दम पर चुनाव लड़ेगी। मायावती पहले ही कह चुकी हैं कि बसपा अकेले चुनाव लड़ेगी।
इंडिया टीवी-सीएनएक्स ओपिनियन पोल
इंडिया टीवी-सीएनएक्स ओपिनियन पोल के अनुसार, कांग्रेस शासित तेलंगाना में कांग्रेस नौ सीटें जीत सकती है। भाजपा पांच सीटें जीत सकती है। भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) केवल दो सीटें जीत सकती है और असदुद्दीन ओवैसी की एआईएमआईएम केवल एक सीट जीत सकती है।
क्षेत्रवार अनुमान
ग्रेटर हैदराबाद कुल 4 (भाजपा 1, बीआरएस 1, कांग्रेस 1, एआईएमआईएम 1), निचला तेलंगाना कुल 6 (कांग्रेस 4, भाजपा 1, बीआरएस 1), ऊपरी तेलंगाना कुल 7 (कांग्रेस 4, भाजपा 3)।