राष्ट्रीय उलेमा काउंसिल के अध्यक्ष मौलाना आमिर रशादी मदनी ने नारा देते हुए कहा कि गुलामी नहीं दरबार में, अब हम रहेंगे सरकार में। उन्होंने कहा कि मुसलमान का इस्तेमाल वोट बैंक के तौर पर किया जा रहा और एनडीए और इंडी गठबंधन दोनों ही ऐसा कर रही है। मुसलमानों के वोटों की जरूरत तो कई लोगों को है लेकिन मुसलमानों की पार्टियों के साथ गठबंधन या सीट शेयरिंग करने को कोई भी तैयार नहीं है। उन्होंने कहा कि मुसलमान किसी से डर के किसी को वोट दे देगा। इससे मुसलमान बाहर निकल चुका है। जिनको भ्रम है कि मुसलमान उनको वोट देगा, उनका भ्रम टूट जाएगा।
मौलाना बोले- सेक्युलर पार्टियों के दरबार में गुलाम रहा मुसलमान
उन्होंने कहा कि मुसलमान इतने सालों तक तथाकथित सेक्युलर पार्टी की दरबार में गुलामी कर रहा था। मुसलमान को सबसे ज्यादा कांग्रेस ने परेशान किया है। उसके बाद समाजवादी पार्टी ने मुसलमान को परेशान किया। मुलायम सिंह ने सबसे पहले मुसलमान को आतंकवादी कहकर एनकाउंटर करवाया था। जब बाबरी मस्जिद का मीरान गिराया जा रहा था तो गोली वहां चलाने के बजाय मुलायम सिंह की सरकार ने वहां से 2 किलोमीटर दूर गोली चलवाई। वह भी पुलिस वालों ने अपनी आत्मरक्षा में गोली चलाई थी। उन्होंने कहा कि इस देश में 25 करोड़ मुसलमान को इग्नोर करके कोई भी पार्टी हुकूमत नहीं कर पाएगी।
मौलान बोले- मुसलमान को पक्ष में लाने का प्रयास कर रहे प्रधानमंत्री
मौलाना ने आगे कहा कि यही कारण है कि अब प्रधानमंत्री को भी मुसलमान को अपने पक्ष में लाने के लिए पशमांदा मुसलमान या बड़ा मुसलमान, छोटा मुसलमान करना पड़ रहा है। बाटला हाउस एनकाउंटर फर्जी था। एक बार इसकी जांच हो जाए तो कांग्रेस की और उनके तत्कालीन गृहमंत्री शिवराज पाटिल की बेईमानी का पर्दाफाश हो जाएगा। उन्होंने कहा कि हम मोहब्बत की दुकान यानि की भारत जोड़ो आंदोलन में शरीक हुए थे। हमें लगा था कि इन्होंने अपने गुनाहों से तौबा कर लिया है, लेकिन ऐसा हुआ नहीं है। हमारे पास कितने ऐसे मामले आए लेकिन यह बोलने को तैयार नहीं है। मिसाल के तौर पर महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव हुए लेकिन इन्होंने एक भी टिकट मुसलमान को नहीं दी। मुसलमानों से भर-भर के वोट लिया लेकिन आपने एक भी सीट मुसलमानों को नहीं दी तो अब मुसलमान आपको क्यों वोट दे।
मौलाना बोले- हम लड़ेंगे महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव
मौलाना ने कहा कि कोई भी मुसलमान ऐसा मुद्दा नहीं उठाता। उनसे अच्छे तो एकनाथ शिंदे हैं, जिन्होंने मदरसा में पढ़ाने वाले शिक्षकों की सैलरी बढ़ा दी। मुसलमान को अगर महाविकास अघाड़ी 42 सीट नहीं देती है तो महाविकास अघाड़ी को बिल्कुलन भी मुसलमानों को भी वोट नहीं देना चाहिए। अपने लोगों को जिताइए। इस बार महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव हम लड़ेंगे। हिमाचल में 50 साल से वहां मस्जिद है। आज तक कोई समस्या नहीं हुई। भाजपा की हुकूमत में कोई समस्या नहीं थी लेकिन सुक्खू जी के सुख में प्रॉब्लम हो गया।