पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में स्थित आरजी कर मेडिकल कॉलेज में ट्रेनी डॉक्टर के रेप और मर्डर से पूरे देश में आक्रोश है। कोलकाता हाईकोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक ने इस मामले में पश्चिम बंगाल सरकार की मशीनरी को असफल बताया। साथ ही देशभर में इस घटना के खिलाफ विरोध प्रदर्शन भी देखने को मिला। इस बीच भाजपा लगातार ममता बनर्जी से इस्तीफे की मांग कर रही है। यह मुद्दा अब इतना गरमा चुका है कि इस पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बयान दिया है। साथ ही भाजपा और टीएमसी के नेता अब एक दूसरे को धमकी देने तक उतर चुके हैं।
ममता बनर्जी की चेतावनी...
इस बीच सीएम ममता बनर्जी ने ऐलान किया है कि 31 अगस्त को टीएमसी रेप केस को लेकर राज्य के हर ब्लॉक में प्रदर्शन करेगी। इस मामले पर बोलते हुए ममता बनर्जी ने मंच से संबोधन देते हुए कहा कि बंगाल में अगर आग लगाने की कोशिश की तो ये आग हर जगह लगेगी। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों को लग रहा है कि यह बांग्लादेश है। मुझे बांग्लादेश पसंद है। वहां के लोग हमारी तरह बात करते हैं। ये याद रखिएगा कि बांग्लादेश एक अलग देश है। याद रखिए अगर बंगाल में आग लगाएंगे तो असम भी चुप नहीं बैठेगा। यह आग असम में लगेगी, नॉर्थ ईस्ट के राज्यों में लगेगी, ओडिशा, बिहार भी नहीं थमेगा और दिल्ली भी शांत नहीं बैठेगा। आपकी कुर्सी हिला कर रख देंगे।
हिमंत बिस्वा सरमा ने किया पलटवार
ममता बनर्जी के बयान पर असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने पलटवार किया है। उन्होंने सोशल मीडिया साइट एक्स पर पोस्ट शेयर करते हुए लिखा, "दीदी, आपकी हिम्मत कैसे हुई असम को धमकाने की? हमें लाल आंखें मत दिखाइए। आपकी असफलता की राजनीति से भारत को जलाने की कोशिश भी मत कीजिए। आपको विभाजनकारी भाषा बोलना शोभा नहीं देता।" ममता बनर्जी के बयान को लेकर पश्चिम बंगाल भाजपा के अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिखा है। अपने पत्र में उन्होंने लिखा, "सीएम ममता बनर्जी की हाल ही में देश विरोधी टिप्पणियां, जिससे पूरे राज्य में आशांति की आशंका है, यह बेहद चिंताजनक है। यह नेतृत्व नहीं, हिंसा को बढ़ावा देना है।"