मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने बाबा साहेब अंबेडकर के बारे में कुछ कहा जो कि दुखदायक है। बगैर फैक्ट्स को देखे उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस किया। पहले जांच तो करें उसके बाद नेहरू जी को गालियां दें और अंबेडकर को अपमानित करो। मैं आपको कहना चाहता हूं कि आजतक उन्होंने बाबा साहेब के बारे में और जवाहरलाल नेहरू के बारे में जो कहा है वो सब झूठ है। मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि अलीपुर रोड पर बाबा साहेब रहते थे। वहां से उन्होंने एक खत अपने दोस्त को लिखा। उस खत में उन्होंने स्पष्ट बताया कि 1952 का चुनाव कैसा हुआ और क्या हुआ। उन्होंने आगे कहा कि अंबेडकर का नाम लेकर उनका अमित शाह ने मजाक उड़ाया। अगर इतना नाम भगवान का लेते तो आप स्वर्ग में होते।
मल्लिकार्जुन खरगे बोले- संसद में जाने से हमें रोका गया
मल्लिकार्जुन खरगे ने आगे कहा कि आज हमारा विरोध प्रदर्शन था। बाबा साहेब अंबेडकर की प्रतिमा के पास से हम निकले। हम शांत तरीके से लाइन में आ रहे थे। लेकिन उनको (भाजपा सांसदों) क्या सूझा हमें मालूम नहीं। हम चलते हुए आ रहे थे। हमें रोकने के लिए भाजपा के सांसद मकर द्वार पर आकर बैठ गए। हम अंदर जाना चाहते थे लेकिन उन्होंने दरवाजे पर रोका। रोका और वो अपना मसल पावर दिखाने के लिए इतने सारे पुरुष सांसद थे कि पूछो मत। हमारी महिला सांसद हमारे साथ आ रही थीं। उनको भी रोका गया। मैं पहले ही किसी को धक्का देने की स्थिति में नहीं हूं। उल्टा उन्होंने मुझे धक्का दिया। मैं अपना बैलेंस नहीं संभाल सका और मैं वहीं बैठ गया। ऊपर से वो आरोप लगा रहे हैं कि हमने धक्का दिया।
खरगे ने कहा- भाजपा ने सदन को किया भंग
खरगे ने आगे कहा कि हमने कोशिश भी की उठकर बोला जाए। लेकिन प्रियंका गांधी ने आज के मोमेंट में जो लीड लिया। वो चलते हुए आईं। लेकिन वहां बैठे हुए भाजपा सांसद हमारा मजाक उड़ा रहे थे। हमारे साथ केवल महिला सांसद थीं। लेकिन उनकी तरफ से पुरुष सांसद मजाक उड़ा रहे थे। भाजपा वाले ऐसा माहौल बनाकर रखे हैं, जो हम कभी बर्दाश्त नहीं करेंगे। इसके खिलाफ पूरा देशव्यापी आंदोलन करेंगे और आपको भी देखने में आया होगा कि इनकी गलती की वजह से हर जगह विरोध प्रदर्शन चल रहा है। शांति से जो सदन चल रहा था, उसे भंग करने का काम भाजपा सरकार ने किया।
राहुल गांधी बोले- अडानी केस से ध्यान भटका रही सरकार
वहीं राहुल गांधी ने आगे प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि शुरुआत हुई पार्लियामेंट से कुछ दिन पहले अडानी का यूएस में केस आया। पूरे टाइम भाजपा ने उसपर चर्चा रोकने की कोशिश की। भाजपा की योजना थी की अडानी की चर्चा न हो और यह दब जाए। इसके लिए भाजपा ने पूरा प्रयास किया। उसके बाद अमित शाह का बयान आता है। हम पहले से कह रहे हैं कि जो भाजपा और आरएसएस की सोच है वह असंवैधानिक, गैर-अंबेडकरवादी सोच है। अंबेडकर जी की सोच को ये मिटाना और खत्म करना चाहते हैं। गृहमंत्री ने सबके सामने अपना माइंडसेट दिखा दिया। हमने कहा कि इसपर अमित शाह को माफी मांगनी चाहिए और इस्तीफा देना चाहिए लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया।
संसद में नहीं हुई कोई धक्कामुक्की
राहुल गांधी ने कहा कि आज इसी कड़ी में हम अंबेडकर जी की प्रतिमा के पास से शांति से संसद भवन में जा रहे थे। इस दौरान भाजपा के सांसद हाथों में लकड़ियां लिए सामने खड़े होते हैं और विवाद करना शुरू करते हैं। मामला है कि अंबेडकर जी के अपमान पर अमित शाह को माफी मांगनी चाहिए। लेकिन ये ऐसा नहीं कर रहे हैं। मोदी जी के मित्र अडानी के खिलाफ अमेरिका में केस है। मोदी जी अडानी जी को देश बेच रहे हैं लेकिन इसपर भाजपा वाले चर्चा करना नहीं चाहते हैं इसलिए आज की घटना का मुद्दा भाजपा द्वारा बनाया जा रहा है। राहुल गांधी ने कहा कि संसद में कोई धक्कामुक्की नहीं हुई है।