Highlights
- राज ठाकरे के अयोध्या दौरे को लेकर कयासबाजी का दौर शुरू
- MNS के महासचिव संदिप देशपांडे ने कहा- ये षडयंत्र रचने की कोशिश
- MNS के दावे पर एनसीपी ने किया पलटवार, कहा- ये पब्लिक है सब जानती है।
Maharashtra Politics: हनुमान चालीसा आंदोलन शुरू करने के बाद राज ठाकरे ने ऐलान किया था कि वो 5 जून को अयोध्या जाएंगे और रामलला के दर्शन करेंगे। लेकिन अयोध्या दौरे के 15 दिन पहले 20 मई को राज ठाकरे ने ट्वीट कर कहा कि उन्होंने अपना अयोध्या का दौरा फिलहाल कुछ समय के लिए स्थगित कर दिया है।
राज ठाकरे का अयोध्या दौरा स्थगित होने के बाद कई तरह के कयास लगाए जाने लगे हैं। 22 मई को पुणे में एक जनसभा को संबोधित करते हुए राज ठाकरे ने दावा किया कि जब से उन्होंने अयोध्या दौरे का ऐलान किया था, उसके कुछ ही दिन बाद बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने विरोध प्रदर्शन करना शुरू कर दिया।
राज ठाकरे को उत्तर भारतीयों से माफी मांगने के लिए कह रहे थे बीजेपी सांसद
बृजभूषण, राज ठाकरे को उत्तर भारतीय लोगों से माफी मांगने के लिए कह रहे थे। राज के मुताबिक, यूपी में जिस तरह से बृजभूषण लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे थे और कह रहे थे कि वह राज को अयोध्या में कदम रखने नहीं देंगे, यह एक ट्रैप था और ट्रैप की साजिश महाराष्ट्र में रची गई थी।
उस वक्त राज ठाकरे ने यह नहीं बताया था कि किसके इशारे पर बृजभूषण विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं और किसने यह जाल बुना था लेकिन मंगलवार को एमएनएस नेताओं द्वारा बृजभूषण शरण सिंह और शरद पवार की साढ़े 3 साल पुरानी तस्वीर सोशल मीडिया पर पोस्ट की गई।
इन तस्वीरों के साथ ही आरोप लगाया गया कि बृजभूषण शरण सिंह ने राज ठाकरे के खिलाफ जो आंदोलन खड़ा किया था, उस आंदोलन को खाद पानी देने का काम एनसीपी कर रही थी । MNS प्रवक्ता वागीश सारस्वत ने इस बारे में ट्वीट भी किया।
MNS के महासचिव ने की इंडिया टीवी से बात
एमएनएस के महासचिव संदिप देशपांडे ने इंडिया टीवी से बातचीत में कहा कि डेढ़ साल पहले जब राज ठाकरे ने ऐलान किया था कि वो अयोध्या जाएंगे, तब बृजभूषण चुप क्यों बैठे थे? अचानक ऐसा क्या हुआ कि बृजभूषण को उत्तर भारतीयों की पिटाई की बात याद आ गई। जब गुड़ीपडवा की सभा में राज ठाकरे ने एनसीपी की जातिवादी राजनीति का पर्दाफाश किया था, तब NCP के पैरों तले जमीन खिसक गई थी और तभी से षडयंत्र रचने का प्रयास किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि किस नेता के किसके साथ क्या संबध हैं, ये तस्वीरों के जरिए दिख रहा है। देशपांडे ने दावा किया कि, इस षडयंत्र की मीटिंग कहां हुई और कौन-कौन बैठक में था, इसकी जानकारी हमारे पास है।
MNS के दावे पर एनसीपी ने किया पलटवार
NCP प्रवक्ता क्लाईड क्रास्टो ने ट्वीट कर कहा कि कुछ लोग डरते हैं और उस डर को छिपाने के लिए फोटो में बहाना ढूंढते हैं। उन्होंने कहा कि डरकर अयोध्या दौरा रद्द किया गया है। खुद की कायरता को छिपाने के लिए राष्ट्रीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष और राज्य कुश्ती संघ के अध्यक्ष की एक कुश्ती कार्यक्रम के दौरान लिए गए फोटो को ट्वीट किया गया है। लेकिन ये पब्लिक है सब जानती है।
इन दोनो दलों के दावों और तस्वीरों की सच्चाई का पता लगाने के लिए इंडिया टीवी की टीम ने सुप्रिया सुले के फेसबुक पेज को खंगाला तो पता चला कि ये तस्वीर 30 दिसंबर 2018 को पोस्ट की गई थी। महाराष्ट्र के मावल जिले में आयोजित एक कुश्ती कार्यक्रम के दौरान ये तस्वीरें ली गई थीं। बृजभूषण शरण सिंह उस वक्त राष्ट्रीय कुश्ती संघ के प्रमुख थे।