Highlights
- जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस जेबी परदीवाला की पीठ दोनों याचिकाओं की सुनवाई करेगी
- बागी विधायकों की तरफ से 2 याचिकाएं लगाई गई हैं
- 15 बागी विधायकों के अयोग्य ठहराने के विरोध में आज सुनवाई होगी
Maharashtra Political Crisis: महाराष्ट्र में सियासी महाभारत जारी है। एकनाथ शिंदे गुट और ठाकरे की शिवसेना के बीच कश्मकश और बयानों के बीच आज सुप्रीम कोर्ट में अहम सुनवाई होगी। शिंदे गुट की ओर से हरीश साल्वे और शिवसेना की ओर से अभिषेक मनु सिंघवी ये केस लड़ेंगे। हरीश साल्वे भारत के वरिष्ठ वकीलों मे से एक हैं, साल 2019 में उन्होंने इंटरनेशनल कोर्ट में पाकिस्तान द्वारा पकड़े गए भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव का केस लड़ा था। और इस केस में पाकिस्तान को करारी शिकस्त दी थी। वहीं अभिषेक मनु सिंघवी कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हैं और सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील हैं। वे भारत के अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल भी रह चुके हैं। वहीं महाराष्ट्र सरकार की ओर से देवदत्त कामत और डिप्टी स्पीकर की तरफ से एडवोकेट रवि शंकर जंध्याला केस लड़ेंगे। विधायकों की तरफ से 2 याचिकाएं लगाई गई हैं।
इन याचिकाओं पर होगी सुनवाई
महाराष्ट्र में सियासी संकट अब सुप्रीम कोर्ट के दरवाजे तक पहुंच गया है। शिंदे गुट की ओर से 15 विधायकों के अयोग्य ठहराने के विरोध में आज सुनवाई होगी। वहीं दूसरा, वे कोर्ट में खुद की और परिवारजन की कोर्ट से सुरक्षा मुहैया कराए जाने की मांग करेंगे।
सुनवाई में शामिल होंगे ये पक्ष
आज जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस जेबी परदीवाला की पीठ दोनों याचिकाओं की सुनवाई करेगी। इस सुनवाई में 7 पक्ष शामिल रहेंगे। इनमें डिप्टी स्पीकर, महाराष्ट्र विधानसभा सचिव, उद्धव की ओर से विधायक दल के नए नेता अजय चौधरी, नए चीफ व्हिप सुनील प्रभु व भारत संघ, व महाराष्ट्र के डीजीपी शामिल हैं।
क्या है बागी विधायकों की याचिका में?
शिंदे गुट ने कहा है कि हमारे पास दो तिहाई से ज्यादा सदस्य हैं। इसके बाद भी डिप्टी स्पीकर ने 21 जून को पार्टी के विधायक दल का नया नेता नियुक्त किया। वहीं नोटिस के बाद बागी विधायकों को रोज धमकियां मिल रही हैं। सुरक्षा का इश्यू है। उनके घरों से उद्धव सरकार ने सुरक्षा ले ली है। कुछ विधायकों की संपत्तियों को भी क्षति पहुंचाई गई है। याचिका में ये भी लिखा है कि उन्होंने शिवसेना नहीं छोड़ी है।