Highlights
- चीफ जस्टिस की बेंच करेगी मामले की सुनवाई
- शिंदे गुट की ओर से दाखिल 5 याचिकाओं पर सुनवाई
Maharashtra News : सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में आज महाराष्ट्र के सियासी संकट पर सुनवाई होगी। चीफ जस्टिस एनवी रम्न्ना की बेंच आज इस मामले पर सुनवाई करेगी। आज उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे गुट की ओर से दाखिल 5 याचिकाओं पर सुनवाई होनी है। शिंदे गुट की ओर से वरिष्ठ वकील हरीश साल्वे जबकि उद्धव गुट की ओर से कपिल सिब्बल और अभिषेक मनु सिंघवी पेश होंगे।
इससे पहले सोमवार को शिंदे गुट ने हलफनामा दाखिल कर कहा था कि उद्धव गुट की याचिका को खारिज किया जाए। शिंदे गुट का कहना था कि उद्धव ठाकरे ने विधानसभा में बहुमत खो दिया था और शिवसेना का विभाजन लोकतांत्रिक तरीके से हुआ इसलिए कोर्ट इसमें दखल न दे। इस पर चुनाव आयोग को फैसला लेने दे। शिंदे गुट का कहना था कि कोर्ट में यह तय नहीं होगा कि विभागजन सही है या नहीं।
कोर्ट में इन याचिकाओं पर होगी सुनवाई
- एकनाथ शिंदे गुट के 16 विधायकों की सदस्यता रद्द करने के नोटिस के खिलाफ दाखिल याचिक पर सुनवाई
- डिप्टी स्पीकर नरहरि जिरवाल के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के नोटिस पर सुनवाई
- एकनाथ शिंदे गुट विधानसभा में शिवसेना दल के तौर पर मान्यता देने के खिलाफ याचिका पर सुनवाई
- एकनाथ शिंदे को सीएम बनाने और फ्लोर टेस्ट के खिलाफ याचिका पर सुनवाई
- लोकसभा में एकनाथ शिंदे गुट को शिवसेना दल के तौर पर मान्यता देने के खिलाफ याचिका पर सुनवाई
सुप्रीम कोर्ट का फैसला लोकतंत्र और भारत का भविष्य तय करेगा-ठाकरे
इससे पहले पिछले हफ्ते उद्धव ठाकरे ने सुप्रीम कोर्ट पर भरोसा जताते हुए कहा था कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला लोकतंत्र और भारत का भविष्य तय करेगा। ठाकरे ने कहा, शिवसेना कानूनी और संवैधानिक लड़ाई लड़ रही है। सुप्रीम कोर्ट का फैसला न केवल पार्टी का भविष्य बल्कि देश में लोकतंत्र का भविष्य भी तय करेगा।' उन्होंने कहा कि शिवसेना का हिंदुत्व का एजेंडा 'राष्ट्रवादी' है। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, 'राजनीति में उतार-चढ़ाव लगा रहता है। मुझे खुशी है कि विभिन्न विचारधाराओं के लोग शिवसेना से जुड़ रहे हैं। संविधान की रक्षा करना समय की मांग है।' मुख्यमंत्री शिंदे का समर्थन करने वाले बागी विधायकों व सांसदों पर निशाना साधते हुए ठाकरे ने कहा कि शिवसेना ने 'साधारण लोगों को असाधारण बनने' में मदद की लेकिन उन कानून निर्माताओं ने पार्टी छोड़ दी। उन्होंने कहा, 'अब और सामान्य लोगों की तलाश करने और उन्हें उनकी क्षमता का एहसास कराने में मदद करने का समय है। हम अपनी असली शिवसेना का पुनर्निर्माण कर रहे हैं। मैं ग्रामीण महिलाओं की नेतृत्व क्षमता पर ध्यान केंद्रित करना चाहता हूं।'