नई दिल्ली: चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है। महाराष्ट्र में 20 नवंबर को चुनाव होंगे और 23 नवंबर को वोटों की गिनती होगी। महाराष्ट्र में एक ही चरण में चुनाव होगा। वहीं झारखंड में 13 और 20 नवंबर को वोटिंग होगी और नतीजे 23 नवंबर को ही आएंगे। झारखंड में 2 चरणों में चुनाव होंगे।
विधानसभा चुनाव | वोटिंग की तारीख | नतीजों की तारीख | चरण |
महाराष्ट्र | 20 नवंबर | 23 नवंबर | 1 |
झारखंड | 13 और 20 नवंबर | 23 नवंबर | 2 |
उपचुनाव की तारीखों का भी ऐलान
- यूपी में 9 सीटों पर 13 नवंबर को उपचुनाव होंगे।
- उत्तराखंड के केदारनाथ में 20 नवंबर को विधानसभा के उपचुनाव होंगे।
- वायनाड में 13 नवंबर को लोकसभा उपचुनाव होगा।
- अयोध्या की मिल्कीपुर सीट और बशीरहाट में उपचुनाव रोका गया।
- चुनाव याचिका की वजह से मिल्कीपुर उपचुनाव रोका गया है।
- उपचुनाव के नतीजे भी 23 नवंबर को आएंगे।
महाराष्ट्र और झारखंड में कितने वोटर? चीफ इलेक्शन कमिश्नर ने बताया
चीफ इलेक्शन कमिश्नर राजीव कुमार ने बताया कि महाराष्ट्र में 9 करोड़ 63 लाख वोटर होंगे। यहां 5 करोड़ पुरुष वोटर हैं। यहां एक लाख पोलिंग बूथ पर वोट पड़ेंगे। महाराष्ट्र के हर बूथ पर करीब 960 वोटर होंगे। मुंबई में पोलिंग बूथ बढ़ाए गए हैं।
राजीव ने बताया कि झारखंड में 2 करोड़ 60 लाख वोटर हैं। यहां एक करोड़ 31 लाख पुरुष वोटर हैं और एक करोड़ 29 लाख महिला वोटर हैं। झारखंड में 29 हजार 562 बूथ पर वोट पड़ेंगे। झारखंड के हर बूथ पर 881 वोटर होंगे।
चुनाव आयोग ने EVM पर भी दिया बयान
चुनाव आयोग ने ईवीएम पर भी बयान दिया है। चुनाव आयोग ने कहा कि EVM में कोई गड़बड़ी नहीं होती। ईवीएम पूरी तरह सुरक्षित है। ईवीएम की बैटरी पर भी पोलिंग एजेंट के साइन होंगे। ईवीएम 3 लेयर की सिक्योरिटी में रहेगी। ईवीएम में सिंगल यूज बैटरी लगती है। ईवीएम में मोबाइल जैसी बैटरी नहीं होती है।
महाराष्ट्र में कितनी विधानसभा सीटें?
महाराष्ट्र में विधानसभा की कुल 288 सीटें हैं, जिसमें बहुमत के लिए 145 सीट चाहिए होती हैं। 2019 के चुनाव में बीजेपी को 105, शिवसेना को 56, एनसीपी को 54, कांग्रेस को 44 और अन्य को 29 सीटें मिली थीं।
झारखंड में कितनी विधानसभा सीटें?
झारखंड में विधानसभा की 81 सीटें हैं। पिछले चुनाव में झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) को 30 सीटें और बीजेपी को 25 सीटें मिली थीं, जबकि 26 सीटें अन्य दलों के खाते में गई थीं। जेएमएम चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी।