भोपाल: मध्य प्रदेश का चुनाव बेहद ही रोचक बनता जा रहा है। यहां लड़ाई भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के बीच तय मानी जा रही है। दोनों पार्टियां अपने किले को मजबूत करने में जुटी हुई हैं। बीजेपी ने कई उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर दिया है। इसमें पार्टी की दूसरी सूची ने सभी को चौंका दिया था। पार्टी ने अब तक 3 केंद्रीय मंत्रियों समेत सात सांसदों को टिकट दिया है। वहीं इसी बीच शिवराज सरकार में खेल और युवा मामलों की मंत्री और शिवपुरी से विधायक यशोधरा राजे सिंधिया ने चुनाव ना लड़ने का ऐलान किया है।
ज्योतिरादित्य सिंधिया की बुआ और चार बार की विधायक यशोधरा राजे शिवपुरी-गुना इलाके में पार्टी का बड़ा चेहरा मानी जाती हैं। उनके चुनाव ना लड़ने के ऐलान के बाद कहा जा रहा है कि पार्टी यहां से केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को मौका दे सकती है। वहीं यशोधरा राजे के इस ऐलान के बाद प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी.शर्मा ने कहा, "यशोधरा जी हमारी वरिष्ठ और सम्मानित नेता हैं। उन्होंने करीब तीन महीने पहले पार्टी को गंभीर स्वास्थ्य कारणों से चुनाव लड़ने की अनिच्छा के बारे में सूचित किया था।"
बीजेपी ने 39 उम्मीदवारों की दूसरी जारी की थी
इससे पहले सोमवार की शाम को, भाजपा ने मध्य प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनावों के लिए 39 उम्मीदवारों की अपनी दूसरी सूची जारी की थी, जिसमें पार्टी के चार सांसद (संसद सदस्य) और तीन केंद्रीय मंत्री शामिल हैं। भाजपा ने केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और प्रह्लाद सिंह पटेल को क्रमशः दिमनी और नरसिंहपुर निर्वाचन क्षेत्रों से मैदान में उतारा गया है। इसी तरह केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते निवास सीट से चुनाव लड़ेंगे। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय और भाजपा सांसद राकेश सिंह को क्रमशः इंदौर-1 और जबलपुर पश्चिम निर्वाचन क्षेत्र से मैदान में उतारा गया है। सूची में अन्य उल्लेखनीय उम्मीदवारों में सांसद गणेश मंत्री, राकेश सिंह और रीति पाठक शामिल है।