Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव से पहले, हर दावेदार जीत सुनिश्चित करने के लिए अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्र या राज्य में चुनावी जमीन तैयार करने के प्रयास शुरू कर देता है, लेकिन कुछ राजनेता ऐसे भी हैं, जिन्हें किसी विशेष निर्वाचन क्षेत्र या राज्य पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता नहीं है। उनका राजनीतिक प्रभाव किसी राज्य या निर्वाचन क्षेत्र की भौगोलिक बाधाओं से परे होता है। ये राजनेता पूरे भारत में लोगों के बीच अपनी लोकप्रियता और स्वीकार्यता के अलावा किसी भी राज्य में कोई भी सीट जीतने की क्षमता रखते हैं। हालांकि, उनकी सफलता का बड़ा श्रेय उनकी संबंधित पार्टी को जाता है। अगर कांग्रेस किसी विशेष क्षेत्र में मजबूत है, तो उसका नेता उस क्षेत्र के किसी भी राज्य को जीत सकता है, भले ही वह दूसरे राज्य से हो।
आमतौर पर, एक पार्टी अपने शीर्ष नेताओं को जहां से वे हैं, उस राज्य से अलग दूसरे राज्यों में भेजती है और कुछ मामलों में, वे एक से अधिक सीटों पर चुनाव लड़ते हैं। इसे वाराणसी संसदीय क्षेत्र से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुनावी जीत से समझा जा सकता है। पीएम मोदी, जो गुजरात से हैं लेकिन उत्तर प्रदेश के वाराणसी से लड़े और 2014 व 2019 के लोकसभा चुनाव में दोनों बार जीत हासिल की। भारतीय जनता पार्टी के नेता नरेंद्र मोदी ने लोकसभा चुनाव 2014 में दो सीटों वडोदरा (गुजरात) व वाराणसी से चुनाव लड़ा और दोनों निर्वाचन क्षेत्रों में जीत दर्ज की।
आज हम आपको बताएंगे उन राजनेताओं के बारे में जिन्होंने दो या दो से अधिक राज्यों से लोकसभा चुनाव लड़ा है-
नाम | निर्वाचन क्षेत्र/राज्य |
नरेंद्र मोदी | वाराणसी (उत्तर प्रदेश) और वडोदरा (गुजरात) |
राहुल गांधी | अमेठी (उत्तर प्रदेश) और वायनाड (केरल) |
इंदिरा गांधी | रायबरेली (उत्तर प्रदेश), मेदक (तब आंध्र प्रदेश में, अब तेलंगाना में) और चिकमंगलूर या चिक्कमगलुरु (कर्नाटक) |
अटल बिहारी वाजपेयी | बलरामपुर, लखनऊ (उत्तर प्रदेश), नई दिल्ली (दिल्ली), ग्वालियर, विदिशा (मध्य प्रदेश) और गांधीनगर (गुजरात) |
सोनिया गांधी | रायबरेली, अमेठी (उत्तर प्रदेश) और बेल्लारी (कर्नाटक) |
पीवी नरसिम्हा राव | नंदयाल (आंध्र प्रदेश), हनमकोंडा (तब आंध्र प्रदेश में), रामटेक (महाराष्ट्र) और ब्रह्मपुर (ओडिशा) |
लाल कृष्ण आडवाणी | गांधीनगर (गुजरात) और नई दिल्ली (दिल्ली) |
शरद यादव | मधेपुरा (बिहार), बदायूं (उत्तर प्रदेश) और जबलपुर (मध्य प्रदेश) |
चौधरी देवीलाल | सीकर (राजस्थान) और रोहतक (हरियाणा) |
जॉर्ज फर्नांडिस | मुजफ्फरपुर, नालंदा (बिहार) और बॉम्बे साउथ (महाराष्ट्र) |
सुषमा स्वराज | दक्षिणी दिल्ली (दिल्ली) और विदिशा (मध्य प्रदेश) |
संतोष मोहन देव | सिलचर (असम) और त्रिपुरा पश्चिम (त्रिपुरा) |
कांशी राम | इटावा (उत्तर प्रदेश) और होशियारपुर (पंजाब) |
जसवंत सिंह | जोधपुर, चित्तौड़गढ़ (राजस्थान) और दार्जिलिंग (पश्चिम बंगाल) |
मीरा कुमार | सासाराम (बिहार), बिजनौर (उत्तर प्रदेश) और करोल बाग (दिल्ली) |
बूटा सिंह | मोगा, रोपड़ (पंजाब) और जालौर (राजस्थान) |
सुब्रमण्यम स्वामी | मुंबई नॉर्थ ईस्ट (महाराष्ट्र) और मदुरै (तमिलनाडु) |
अवतार सिंह भड़ाना | फरीदाबाद (हरियाणा) और मेरठ (उत्तर प्रदेश) |
उमा भारती | खजुराहो, भोपाल (मध्य प्रदेश) और झांसी (उत्तर प्रदेश) |
चंद्रेश कुमारी कटोच | जोधपुर (राजस्थान) और कांगड़ा (हिमाचल प्रदेश) |